भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा है कि इस लग्जरी की बजरी कहां से आई ? पूनियां ने कहा एक साल पहले विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री ने बजरी को लेकर बड़ा लच्छेदार भाषण दिया था। मगर इसी शासन में बजरी माफिया पनपा और बजरी खनन के अपराध पनपे है। खनने को लेकर पुलिस तक की हत्या हो गई। पूनियां ने कहा कि राजस्थान की जनता किसके भरोसे हैं। भापड़ी जनता की इम्यूनिटी ठीक है इसलिए बचे हुए हैं, वरना सरकार के भरोसे तो नहीं बच सकते।
मुख्यमंत्री इस्तीफा दें विधानसभाध्यक्ष सीपी जोशी और वैभव गहलोत के वीडियो को लेकर पूनियां ने मुख्यमंत्री का इस्तीफा भी मांगा है और कहा कि सीएम के बेटे और स्पीकर के बीच किस संदर्भ में बात हुई। आपने दूसरों को पाठ पढ़ाने की बात कर रहे हैं। आप को खुद आगे बढ़कर इस्तीफा देना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर सीएम के सवालों पर पूनियां ने कहा कि वो राजे की फिक्र छोड़कर अपने घर की फिक्र कर लें। अगर वो सचिन पायलट की फिक्र कर लेते तो शायद यह नौबत नहीं आती।
कई चीजों का बड़ा संयोग बना है पूनियां ने कहा कि कई चीजों का बड़ा संयोग बन रहा है। मुख्यमंत्री बकरा मंडी बता रहे थे और विधायक बकरीद पर ही जैसलमेर गए हैं। सभी 14 अगस्त को आएंगे और इस दिन पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस है। यह इनकी नीति और नीयत को प्रदर्शित करता है। पूनियां ने कहा कि मानसिक रूप से सरकार बहुमत खो चुकी है और संख्यात्मक रूप से भी कम होती जा रही है। इनके घर में विग्रह है तभी तो बाड़ाबंदी कर रखी है।
लोकतंत्र का बनाया मखौल पूनियां ने सीएम के लोकतंत्र के बयान पर कहा कि गहलोत भूल जाते हैं कि वो जिस पार्टी से आते हैं, उसने ही आपातकाल लगाया था। सेवन स्टार होटल में क्रिकेट खेला जा रहा है, महंगे चश्मे लगाकर सेल्फी ली जा रही है। यह लोकतंत्र का मखौल उड़ाना नहीं तो और क्या है।