जयपुर। जयपुर शहर को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) करने का दावा दिखावटी साबित हो रहा है। शहर में ऐसे कई इलाके हैं जहां अभी तक शौचालय नहीं है और लोग खुले में शौच कर रहे हैं। सांगानेर में दादाबाड़ी क्च्ची बस्ती के लोग हाथ में बोतल और लोटा लेकर मंगलवार को नगर निगम मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने निगम अफसरों पर अरोप लगाया कि शौचालय बनाने के लिए उन्हें एक किश्त तो दे दी लेकिन बाकी राशि रोक दी गई।
कई महीने निकलने के बाद भी बकाया किश्त नहीं दी जा रही, जिससे शौचालय का निर्माण नहीं किया जा सका है। इससे मजबूरन लोगों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। इस दौरान कांग्रेस पार्षद भी राजनीति करने से नहीं चूके। वे खुद हाथ में बोतल लेकर मुख्यालय परिसर में ही बैठकर नौटंकी करते नजर आए।
उन्होंने समस्या का समाधान निकवाने के लिए अधिकारियों से मिलने के बजाय लोगों को इस तरह से विरोध करने के लिए कहा। ऐसी ही समस्या 50 हजार से ज्यादा आबादी वाले जवाहर नगर कच्ची बस्ती में भी है। यहां वन विभाग ने शौचालय निर्माण पर आपत्ति जता दी। इसके बाद दूसरी किश्त जारी नहीं की जा सकी है।