जहां एक ओर कांग्रेस मंदिर विवाद में संघ के खुले तौर पर भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा करता देख अब राहुल गांधी को दौरा कराना चाहती है। वहीं इससे पहले अब तक शहर कांग्रेस के नेताओं ने ही मंदिरों के खिलाफ हो रही कार्रवाई का विरोध किया। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने इस मामले में बयान तो जारी किए पर वे भी मौके पर नहीं गए।