
जयपुर। राजस्थान में चुनावी रण (Rajasthan election 2018 ) जोरों पर है। भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है। जहां टिकट नहीं मिलने भाजपा विधायक पार्टी से बगावत कर दूसरी पार्टियों में जा रहे हैं वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी टिकट को लेकर घमासान हो रहा है। जिससे नामों की सूची अटकी पड़ी है। ऐसे में तीसरे मोर्चे को बल मिलता जा रहा है। दोनों पार्टियों में हो रहे घमासान के बीच आज घनश्याम तिवारी (Ghanshyam Tiwari ) की पार्टी ‘भारत वाहिनी पार्टी‘ (Bharat Vahini Party) के विमल अग्रवाल (Vimal Agarwal) ने जयपुर के ‘हवामहल‘ विधानसभा क्षेत्र से नामांकन भर दिया है। वहीं भाजपा की ओर से इस बार भी विधायक सुरेन्द्र पारीक (Surendra Pareek) को हवामहल से टिकट मिला है। जबकि कांग्रेस की सूची अभी आना बाकी है।
वहीं इधर... भाजपा विधायक किशनाराम नाई ने भाजपा छोड़ Bharat Vahini Party का दामन थमा
भाजपा की दूसरी सूची जारी होने के बाद श्रीडूंगरगढ़ की राजनीति में बगावत के सुर ओर तेज हो गए है। बुधवार देर रात्रि को भाजपा द्वारा जारी की गई दूसरी सूची में श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा से ताराचंद सारस्वत को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद विधायक किशनाराम नाई के खेमे में खलबली मच गई थी। समर्थकों ने प्रदर्शन करते हुए पार्टी के इस निर्णय की निंदा की। इसके बाद किशनाराम नाई ने गुरूवार सुबह अपने समर्थकों के साथ बैठक की। बैठख में नाई ने भाजपा पार्टी को छोडकऱ भारत वाहिनी पार्टी का दामन थामने का निर्णय लिया है। साथ ही उन्होंने बताया कि 17 नवंबर को नामांकन दाखिल करेंगे। इसके बाद कार्यकर्ताओं बाजार में विहन रैली निकाली और अपने बागी तेवर को ओर तेज कर दिया है। कार्यकर्ता बैठक एवं रैली निकालने से पूर्व पत्रकारों से बातचीत में विधायक किसनाराम नाई ने कहा कि भाजपा पार्टी ने मुझे टिकट नहीं देकर अन्य को देना पार्टी का फैसला कतई सही नहीं है। मैंने कार्यकाल में 81 विकास कार्य करवाये, फिर भी टिकट से दरकिनार कर कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है।
Updated on:
15 Nov 2018 04:37 pm
Published on:
15 Nov 2018 04:21 pm
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