7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान में डेंगू और स्क्रब टाइफस के लगातार बढ़ रहे मामले, स्वास्थ्य विभाग छुपा रहा मौत के आंकड़े

राजस्थान में डेंगू और स्क्रब टाइफस का स्प्रेड खतरनाक गति तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग मौत के आंकड़ों पर परदा डालने का काम कर रहा है।

2 min read
Google source verification

राजस्थान में मच्छर जनित बीमारियां डेंगू और स्क्रब टाइफस का स्प्रेड खतरनाक गति तक पहुंच गया है। बीते सात दिन में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा एक हजार की बढ़ोत्तरी के साथ 3900 से करीब 4900 तक पहुंच चुका है। चिंता की बात यह है कि मच्छर जनित ये दोनों बीमारियां लोगों की जिंदगियां भी लील रही है। लेकिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए जाने वाले आंकड़ों में कई मौतों को उजागर ही नहीं किया गया है। राजस्थान पत्रिका ने प्रदेश के जिलों से जानकारी जुटाई तो डेंगू से 6 मौतें बताई गई हैं। जबकि विभाग ने अपने आंकड़ों में सिर्फ एक मौत को उजागर किया है।

इसी तरह स्क्रब टाइफस से विभाग ने पूरे राज्य में 6 मौतें बताई हैं। जबकि अकेले जयपुर के सवाईमानसिंह अस्पताल में इस वर्ष इस बीमारी से 10 मरीज दम तोड़ चुके हैं। हैरत की बात यह है कि उच्च् स्तर से लगातार मौसमी बीमारियों की समीक्षा किए जाने के बावजूद चिकित्सा कर्मी और बच्चों की मौत तक के आंकड़े सरकारी सूची में शामिल नहीं किए गए।

यह भी पढ़ें : आम आदमी से फिर ‘खास आदमी’ बने CM भजनलाल, काफिले के लिए फिर रोका ट्रैफिक; अटकी रही एंबुलेंस

विभाग ने 50 जिलों में माना डेंगू, 33 जिलों में स्क्रब टाइफस

विभाग की ओर से एक अक्टूबर तक के जारी आंकड़ों में प्रदेश में डेंगू के 4816 मरीज और कोटा में एक की मौत बताई गई है। जबकि अन्य जिलों में भी मौतें हो चुकी हैं। इनमें 2-2 जयपुर-जोधपुर-बांसवाड़ा और एक धौलपुर जिले की है।

मौसमी बीमारियों के पीक सीजन में चिकित्सा मंत्री के सख्त निर्देशों के बावजूद बीमारियों के आंकड़ों को जुटाने में भी लापरवाही बरती जा रही है। विभाग की ओर से जारी की जाने वाली मौसमी बीमारियों की सूचना में डेंगू के लिए 50 जिले माने गए हैं, वहीं स्क्रब टाइफस की जानकारी 33 जिलों के आधार पर दी जा रही है। जबकि राज्य में जिलों का पुनर्गठन होने के साथ ही विभाग सभी 50 जिलों के लिए पृथक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की नियुक्ति कर चुका है। जबकि बीमारियों का मॉनिटरिंग तंत्र ही अब 50 जिलों के आधार पर है।

1. बांसवाड़ा में जिले के परतापुर क्षेत्र का 37 वर्षीय युवक और रातीतलाई क्षेत्र की 20 वर्षीय युवती डेंगू से दम तोड़ चुकी है।

    2. जयपुर में 5 वर्ष आयु की बच्ची की 26 सितंबर को निजी अस्पताल में मौत हो गई।

    3. दौसा जिले के रामगढ़ पचवारा उप जिला अस्पताल में कार्यरत महिला चिकित्सक ज्योति मीणा की डेंगू से जयपुर में उपचार के दौरान 25 सितम्बर को मौत हुई। चिकित्सक जयपुर निवासी है।

    स्क्रब टाइफस के जयपुर में सर्वाधिक मामले

    राज्य में स्क्रम टाइफस के सर्वाधिक 338 मरीज जयपुर जिले में सामने आए हैं। यहां 4 की मौत दर्ज की गई है। इसके अलावा 357 उदयपुर, 151 अलवर, 178 कोटा, 124 दौसा, 112 चित्तौड़गढ, 230 राजसमंद में मरीज मिले हैं। भरतपुर में 57 और सीकर में 26 मरीजों पर एक-एक मौत दर्ज की गई है। प्रदेश में कल 2151 मरीजों पर 6 की मौत हुई है।

    यह भी पढ़ें : ‘दिसंबर से पहले बदलेगी कई मंत्रियों की पर्ची’, किरोड़ी लाल के इस्तीफे पर फिर बोले डोटासरा