
पदभार ग्रहण करते समय ही कुलपति प्रोफेसर कोठारी ने की थी यह घोषणा
जयपुर। प्रदेश की सबसे बड़ी राजस्थान यूनिवर्सिटी ( Rajasthan University ) के कुलपति प्रोफेसर आर. के. कोठारी अपना वेतन नहीं लेते है। बल्कि उस वेतन के फंड से आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप देते है। शनिवार को भी छात्रवृत्ति का वितरण होगा।
जी हां, आरयू के कुलपति प्रोफेसर आर. के. कोठारी की ओर से कुलपति के रूप में अपना वेतन न लेकर आर्थिक रूप से कमजोर विश्वविद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जाती है। कल यानी शनिवार को दोपहर तीन बजे कुलपति सचिवालय में एेसे ही 134 छात्र-छात्राओं को छात्रवृतियां प्रदान की जाएगी। एक समिति द्वारा चयनित इन जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को इस छात्रवृति योजना के तहत प्रति छात्र छह हजार रुपए की राशि का चैक प्रदान किया जाएगा। अब तक इस छात्रवृति योजना के तहत 10 लाख रुपए की राशि छात्र-छात्राओं को प्रदान की जा चुकी है।
पदभार ग्रहण करते ही की थी घोषणा
आपको बता दें कि कुलपति प्रोफेसर कोठारी ने अपना कुलपति का पदभार ग्रहण करने के बाद यह घोषणा की थी कि वे कुलपति के रूप में अपना वेतन नही लेंगे। इस वेतन से प्राप्त राशि के माध्यम से विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाले जरूरतमंद मेधावी छात्रों को आर्थिक सहायता के रूप में छात्रवृति प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत वर्ष 2017-18 के दौरान 40 छात्राओं व 18 छात्रों को तीन लाख 48 हजार रुपए की छात्रवृतियां व वर्ष 2018-19 में दिसंबर माह में 43 छात्राओं व 24 छात्रों को चार लाख दो हजार रुपए की छात्रवृतियां वितरित की गई है।
निर्धारित प्रक्रिया से होता है चयन
इस छात्रवृति को प्राप्त करने वाले छात्रों के लिये एक प्रक्रिया निर्धारित की गई है। इस प्रक्रिया के माध्यम से जरूरतमंद छात्रों का चयन कर प्रति चयनित छात्र को छह हजार रुपए की राशि छात्रवृति के रूप में प्रदान की जा रही है। इस कोष से दी जाने वाली सहायता के लिए दो छात्राओं एवं एक छात्र को छात्रवृति प्रदान किए जाने का प्रावधान किया गया है। राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति ने इसी कोष के माध्यम से विश्वविद्यालय में संचालित हो रहे बाल निकेतन स्कूल में पढऩे वाले अति निर्धन छात्रों को पिछले वर्ष दिसंबर में स्वेटर भी वितरित किए गए थे।
Published on:
01 Nov 2019 06:02 pm
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