
राजस्थान विधान सभा का नया भवन भारत के सर्वाधिक आधुनिक विधानमंडल के भवनों में से एक है। राजधानी जयपुर में स्थित विधान सभा भवन अपने में कई खूबियां समेटे हुए है। बाहर से महल की तरह दिखने वाला यह विशाल भवन अंदर से भी उतना ही खूबसूरत है।

भवन में प्रवेश के लिए चार विशाल दरवाजे पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण दिशा में हैं। हर दरवाजा राजस्थान की अलग-अलग शैली को प्रदर्शित करता है। पूर्वी द्वार...

आतंरिक प्रवेश परिसर की दीवारों एवं छतों को जयपुर, शेखावाटी, मारवाड़ और मेवाड़ शैली की पारंपरिक कला का प्रतिनिधित्व करने वाली राजस्थान की प्रसिद्ध पारम्परिक कला से सुसज्जित किया गया है। पश्चिमी द्वार...

आकर्षक पेंटिंग्स से सजा उत्तरी द्वार।

दक्षिणी द्वार

भवन की गुंबद पर स्थित अशोक चक्र। सात मंजिला है विधान सभा भवन।

इसी हॉल में पेश होता है राज्य का बजट।

राजस्थान विधान सभा एकसदनीय विधानमंडल है। विधान सभा सदस्यों अर्थात विधायकों का चुनाव सीधे जनता करती है। वर्तमान में इसमें विधायक संख्या 200 है।

झरोखे-छतरियां-मेहराब बनाते हैं आकर्षक

राजस्थान विधान सभा संसदीय बहस के अपने उच्च स्तर और सदन में कार्यवाहियों के अनुशासित आयोजन के साथ कुछ सुधारवादी विधियों, जिन्हें पूरे देश से प्रशंसा प्राप्त हुई, के लिए भी प्रतिष्ठित है।