25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan: बीसलपुर डेम में त्रिवेणी से आया पानी… छलकने की उम्मीद, जानें, डेम इस बार बनाएगा रिकॉर्ड

बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश का असर अब दिखने लगा है। बांध को पानी पहुंचाने वाली प्रमुख त्रिवेणी नदी में बहाव शुरू हो गया है, जिससे बीसलपुर में पानी की आवक प्रारंभ हुई है।

2 min read
Google source verification

बीसलपुर डेम, पत्रिका फोटो

जयपुर की लाइफलाइन बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश का असर अब दिखने लगा है। बांध को पानी पहुंचाने वाली प्रमुख त्रिवेणी नदी में बहाव शुरू हो गया है, जिससे बीसलपुर में पानी की आवक प्रारंभ हुई है। जल संसाधन विभाग के अनुसार, सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक 24 घंटे में बांध के जल स्तर में 3 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई। इस तरह पिछले चार दिनों में कुल 5 सेंटीमीटर पानी की आवक हो चुकी है।

अब बांध 3 मीटर खाली

मंगलवार सुबह बांध का जल स्तर 312.50 आरएल मीटर रिकॉर्ड किया गया। अधिकारियों के अनुसार, भीलवाड़ा क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के कारण त्रिवेणी नदी में बहाव बढ़ा है, जिससे बीसलपुर तक पानी पहुंचने लगा है। गौरतलब है कि बीसलपुर बांध से जयपुर, अजमेर और टोंक की एक करोड़ से अधिक आबादी को पेयजल आपूर्ति होती है।

त्रिवेणी में बहाव 2.40 मीटर पर

बांध में प्रमुखतया खारी, डाई और बनास नदियों से होकर पानी की आवक होती है। तीनों ​नदियों के संगम पर पानी का बहाव इस समय 2.40 मीटर पर दर्ज हो रहा है जिसके कारण बांध में पानी की आवक भी तेजी से बढ़ रही है। भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले में आगामी दिनों में बंपर बारिश होने पर बांध के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।

तो लगातार दूसरे साल भी छलकेगा डेम

जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बांध निर्माण के बाद अब तक 7 बार छलक चुका है। पिछले साल भी बांध में पानी की बंपर आवक हुई और बांध के सभी 18 गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। माना जा रहा है कि इस साल भी बांध छलक कर नया रिकॉर्ड बनाएगा।

फैक्ट फाइल बीसलपुर बांध परियोजना

- बांध का 1985 में हुआ था शिलान्यास
- 1987 में बांध का शुरू हुआ निर्माण 1996 में बांध बनकर तैयार 832 करोड़ रुपए आई लागत
जल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर, कुल जल भराव क्षमता 38.708 टीएमसी पानी का होता है भराव
- अब तक सात बार बांध ओवरफ्लो
- 2004 में निर्माण के बाद पहली बार गेट खुले
2006 में दूसरी बार छलका बांध
2014 में तीसरी बार खोले गए गेट
2016 में भी बांध के खुले गेट
2019 में बांध के 17 गेट खोले
2022 में भी छलका बांध
2024 में इस बार सातवीं बार छलका डेम