पीड़िता की मजबूरी का उठाया फायदा-
आरोपी शाहिद ने बताया कि वह दस साल से जेसीबी चलाने का काम कर रहा था। वर्ष 2016 में बैनाड में जेसीबी चलाता था और किराए से रहता था। उसी मकान में परिवादिया भी अपने पति और बच्चों के साथ रहती थी। उसका पति उसके साथ मारपीट करता था और निजी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए खर्चा भी नहीं देता था। इसी मजबूरी का फायदा उठाते हुए उसने पीड़िता से नजदीकियां बढ़ा ली और रोजगार दिलाने के लिए दिल्ली ले जाने के लिए तैयार कर लिया। आरोपी खुद को कुंवारा बताता था। लेकिन वास्तव में वह शादी शुदा था। उसके दो बेटियां है जिसे भी उसने छिपाया। आरोपी दिल्ली के बजाय उसे कश्मीर ले गया जहां डरा धमकाकर बच्चे को जान से मारने की धमकी देकर बलात्कार किया। इसके बाद उसने नोएडा, गांव पीपरोली, भरतपुर कोटा, जयपुर सीकर आदि जगहों पर रखा जिसके बाद वह गर्भवती हो गई और उसने एक बेटी को जन्म दिया। आरोपी शाहिद ने परिवादिया के आधार कार्ड में संशोधन करवा लिया। कई अवसरों पर परिवादियों को अपने धर्म की परम्पराओं का पालन करने का दबाव भी बनाया गया।
आरोपी शाहिद ने बताया कि वह दस साल से जेसीबी चलाने का काम कर रहा था। वर्ष 2016 में बैनाड में जेसीबी चलाता था और किराए से रहता था। उसी मकान में परिवादिया भी अपने पति और बच्चों के साथ रहती थी। उसका पति उसके साथ मारपीट करता था और निजी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए खर्चा भी नहीं देता था। इसी मजबूरी का फायदा उठाते हुए उसने पीड़िता से नजदीकियां बढ़ा ली और रोजगार दिलाने के लिए दिल्ली ले जाने के लिए तैयार कर लिया। आरोपी खुद को कुंवारा बताता था। लेकिन वास्तव में वह शादी शुदा था। उसके दो बेटियां है जिसे भी उसने छिपाया। आरोपी दिल्ली के बजाय उसे कश्मीर ले गया जहां डरा धमकाकर बच्चे को जान से मारने की धमकी देकर बलात्कार किया। इसके बाद उसने नोएडा, गांव पीपरोली, भरतपुर कोटा, जयपुर सीकर आदि जगहों पर रखा जिसके बाद वह गर्भवती हो गई और उसने एक बेटी को जन्म दिया। आरोपी शाहिद ने परिवादिया के आधार कार्ड में संशोधन करवा लिया। कई अवसरों पर परिवादियों को अपने धर्म की परम्पराओं का पालन करने का दबाव भी बनाया गया।