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नई लालमिर्च की आवक शुरू, भावों में आने लगी नरमी

प्रमुख लालमिर्च उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में नई मिर्च की आवक शुरू हो गई है। उत्पादन केन्द्रों पर लालमिर्च की नई फसल आने से कीमतों में मंदी का रुख भी शुरू हो गया है।

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नई लालमिर्च की आवक शुरू, भावों में आने लगी नरमी

नई लालमिर्च की आवक शुरू, भावों में आने लगी नरमी

Red Chillies: प्रमुख लालमिर्च उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में नई मिर्च की आवक शुरू हो गई है। उत्पादन केन्द्रों पर लालमिर्च की नई फसल आने से कीमतों में मंदी का रुख भी शुरू हो गया है। दूसरी तरफ, मध्य प्रदेश की मंडियों में लालमिर्च की आमद पहले से ही चालू है। लिहाजा ये कहा जा सकता है कि उत्पादक मंडियों में जैसे-जैसे आवक बढ़ेगी, लालमिर्च की कीमतों में और गिरावट आएगी। राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित बद्रीलाल माधोप्रसाद के लक्ष्मीनारायण डंगायच का कहना है कि स्टॉकिस्टों की घबराहटपूर्ण बिकवाली के कारण लालमिर्च के भाव एक माह में ही 50 रुपए प्रति किलो तक टूट गए हैं। हालांकि लालमिर्च में ये गिरावट भी तेजा क्वालिटी में देखी गई है। जयपुर मंडी में तेजा लालमिर्च डंडीदार के भाव वर्तमान में 50 रुपए नीचे आकर 200 रुपए प्रति किलो रह गए हैं। वंडरहाट डंडीकट मिर्च 290 से 330 रुपए प्रति किलो बिक रही है। इसमें 20 से 25 रुपए प्रति किलो की नरमी दर्ज की गई है। इसी प्रकार थ्री थर्टी फोर डंडीकट के भाव 270 से 300 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे हैं।

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मध्य प्रदेश में लालमिर्च की फसल कमजोर

मध्य प्रदेश की लालमिर्च की फसल कमजोर बताई जा रही है। आमतौर पर दिवाली से पहले मध्य प्रदेश में लालमिर्च की नई फसल की आवक शुरू हो जाती है। मगर इस बार इसकी आवक थोड़ी देरी से शुरू हुई है। इसका प्रमुख कारण मध्य प्रदेश में हुई भारी बारिश थी। इतना ही नहीं मध्य प्रदेश में बारिश की वजह से लालमिर्च की क्वालिटी भी प्रभावित होने के समाचार हैं। गिरावट का एक मुख्य कारण पिछले दिनों आई तेजी के बाद लालमिर्च में किसानों की बिकवाली बढ़ने लगी है। इस कारण भी कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है।