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11 तारीख पर टिकीं भाजपा-कांग्रेस की निगाहें, क्या राजस्थान की सियासत में आएगा उबाल

राजस्थान की सियासत गर्माई हुई है। ईडी के छापों के चलते भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर हमलावर नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार केंद्र सरकार को घेर रहे हैं और कह रहे हैं कि संजीवनी घोटाले पर ईडी की नजर क्यों नहीं जाती है ?

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जयपुर

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Umesh Sharma

Jun 08, 2023

11 तारीख पर टिकीं भाजपा-कांग्रेस की निगाहें, क्या राजस्थान की सियासत में आएगा उबाल

11 तारीख पर टिकीं भाजपा-कांग्रेस की निगाहें, क्या राजस्थान की सियासत में आएगा उबाल

जयपुर। राजस्थान की सियासत गर्माई हुई है। ईडी के छापों के चलते भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर हमलावर नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार केंद्र सरकार को घेर रहे हैं और कह रहे हैं कि संजीवनी घोटाले पर ईडी की नजर क्यों नहीं जाती है ? उधर भाजपा नेता कह रहे हैं कि ईडी से सरकार को इतनी घबराहट क्यों हो रही है ?

इसी बीच दोनों पार्टियों के नेताओं की निगाहें 11 जून पर टिकीं हैं। अब आप सोचेंगे कि इस तारीख को आखिर क्या होने जा रहा है ? तो हम आपको बताते हैं कि 11 जून को पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि है। इस दौरान दौसा में कार्यक्रम रखा गया है। पायलट दौसा के भंडाना में पुण्यतिथि कार्यक्रम में आकर श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे। इसके बाद दौसा के गुर्जर छात्रावास में राजेश पायलट की प्रतिमा का भी अनावरण होगा।

चर्चाओं का बाजार गर्म

निगाहें सचिन पायलट के अगले कदम पर रहेगी। पायलट के नई पार्टी बनाने की चर्चा जोरों पर है। हालांकि उनके समर्थक मंत्री मुरारी लाल मीणा कह चुके हैं कि पायलट कोई नई पार्टी नहीं बना रहे हैं। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी पायलट के नई पार्टी बनाने की चर्चा को सिरे से नकारते कह चुके हैं कि यह कोरी अफवाह है। पायलट कोई पार्टी नहीं बना रहे हैं। पायलट का न तो पहले पार्टी बनाने का मन था और न ही अब है। केवल कुछ लोग ऐसी बातें मीडिया के सामने उछाल रहे हैं।


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11 तारीख का गजब संयोग

11 तारीख का गजब संयोग बना है। 11 अप्रेल को सचिन पायलट ने जयपुर में अनशन किया था। इसके बाद 11 मई को अजमेर से जयपुर पदयात्रा का आयोजन किया। अब एक बार फिर 11 तारीख आने वाली है, जिसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। हालांकि रंधावा साफ कर चुके हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सुलह हो चुकी है और सुलह का फॉर्मूला भी दोनों नेताओं को पता है।