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संकष्ट चतुर्थी पर बना सर्वार्थसिद्धि और आनंद योग का संयोग, रात 9.07 बजे नजर आएगा चांद

Sankashti Chaturthi 2023: भाद्रपद कृष्ण चतुर्थी पर आज सर्वार्थसिद्धि योग, प्रवर्धमान योग और आनंद योग के बीच संकष्ट चतुर्थी मनाई जा रही है। सुहागिनों ने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखा।

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संकष्ट चतुर्थी पर बना सर्वार्थसिद्धि और आनंद योग का संयोग, रात 9.07 बजे नजर आएगा चांद

संकष्ट चतुर्थी पर बना सर्वार्थसिद्धि और आनंद योग का संयोग, रात 9.07 बजे नजर आएगा चांद

जयपुर। भाद्रपद कृष्ण चतुर्थी पर आज सर्वार्थसिद्धि योग, प्रवर्धमान योग और आनंद योग के बीच संकष्ट चतुर्थी मनाई जा रही है। सुहागिनों ने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखा। आज रात 9 बजकर 07 मिनट पर चन्द्रोदय होगा, इसके बाद महिलाएं चन्द्रमा को अर्घ्य अर्पित कर व्रत खोलेंगी।

साल की चार बड़ी चौथ में शामिल भाद्रपद की संकष्ट चतुर्थी पर आज सुबह से ही चौथ माता मंदिरों में महिलाओं की भीड नजर आई। महिलाओं ने चौथ माता और गणेशजी की पूजा अर्चना कर कथा सुनी। चौथ माता को सुहाग की वस्तुएं अर्पित की। चौथ माता की पूजा—अर्चना का दौरा रात तक चलेगा। इस बीच गोपालजी का रास्ता सहित अन्य जगहों पर स्थित चौथ माता मंदिरों में महिलाएं सामूहिक रूप से भी पूजा—अर्चना करतीं नजर आई।

यह की जाती है कामना
ज्योतिषाचार्य डॉ रवि शर्मा ने बताया कि साल की चार बड़ी चौथ में भाद्रपद कृष्ण चौथ भी शामिल है। यह व्रत चन्द्रोदय व्यापिनी चतुर्थी को मनाया जाता है। चन्द्रमा को अर्घ्य अर्पित कर व्रत खोला जाता है। विशेष रूप से महिलाएं यह व्रत पुत्र, पति, परिजनों की लंबी आयु की कामना के साथ करती हैं।