स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018: अभ्यार्थियों ने स्थगित किया धरना
जयपुरPublished: Jul 16, 2021 04:58:35 pm
स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा के काटे गए पद सृजित करने की कर रहे थे मांगविधायक बलवान पूनिया से मिला आश्वासन
स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018: अभ्यार्थियों ने स्थगित किया धरना
जयपुर, 16 जुलाई
राजस्थान लोक सेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) की ओर से आयोजित स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 (School Lecturer Recruitment Exam 2018) में सामान्य वर्ग के काटे गए 14 फीसदी पद पुन: सृजित किए जाने की मांग को धरने पर बैठे अभ्यार्थियों ने फिलहाल धरना स्थगित कर दिया। अभ्यार्थियों ने कहा कि विधायक बलवान पूनिया की ओर से मिले आश्वासन के बाद धरना स्थगित करने का निर्णय लिया गया। उनका कहना था कि पूनिया ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह मुख्यमंत्री से उनकी से मांगों को लेकर बात कर उन्हें न्याय दिलवाने का पूरा प्रयास करेंगे। पूनिया के आश्वासन के बाद अभ्यार्थियों ने धरना स्थगित कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि जल्द ही उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वह राजधानी जयपुर में फिर से आंदोलन करने पर मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
यह है मामला
स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 (School Lecturer Recruitment Exam 2018) का विज्ञापन 13 अप्रैल 2018 को जारी हुआ था। राज्य सरकार ने दो बार परीक्षा स्थगित करके डेढ़ साल बाद में सामान्य वर्ग से 14 फीसदी पद कम करके 10फीसदी ईडब्ल्यूएस और 4 फीसदी एमबीसी को दे दिया। इस कटौती के कारण 689 अभ्यर्थी चयन से वंचित रह गए। इन अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन करके राजस्थान लोक सेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) ने वेटिंग रैंक जारी भी कर दी है। इन 689 अभ्यर्थियों ने अपना हक पाने के लिए जयपुर में शहीद स्मारक पर लगातार 22 दिन धरना प्रदर्शन किया और शिक्षामंत्री के सकारात्मक आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया। इसके बाद जब सरकार ने पद बढ़ोतरी के आदेश जारी नहीं किए तो अभ्यर्थियों ने सुजानगढ़ में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षामंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा (Education Minister Govind Singh Dotasara) ने कातर जनसभा में हजारों मतदाताओं के सामने स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में काटे गए 14 फीसदी पद पुनरू सृजित करने की घोषणा कर दी लेकिन अभी तक 14 प्रतिशत पद वृद्धि की अधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है। इस पद बढ़ोतरी के आदेश जारी किए जाने की मांग को लेकर अभ्यार्थी आंदोलन कर रहे थे।