घर में भी सुरक्षित नहीं... जयपुर शहर की घटना, पेट दर्द होने पर बच्चियों को मां हॉस्पिटल लेकर पहुंची, पति के खिलाफ दर्ज नहीं करवाना चाहती थी मामला, पुलिस ने खुद दर्ज किया मामला
जयपुर। शहर में एक वहशी पिता ने सारी हदें पार कर बाप-बेटी के रिश्ते को कलंकित कर दिया। मासूम बेटियों से छेड़छाड़ की घटना से शुरू हुए पिता ने अपनी ही एक 8 वर्षीय व दूसरी 10 वर्षीय बेटी को हवस का शिकार बनाया। इतना ही नहीं बेटियां चार वर्ष पहले जब छोटी थी, तभी आरोपी उनसे बलात्कार कर रहा था। बेटियों की मां ने शुरुआत में पति का विरोध किया, लेकिन समाज में बदनामी के डर से पति के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकी और बेटियों पर जुर्म होते देखती रही।
दोनों बेटियों के पेट में दर्द होने पर मां उन्हें हॉस्पिटल लेकर पहुंची। डॉक्टर को शक हुआ तो एक एनजीओ को सूचना दी। एनजीओ की महिला पदाधिकारी बच्चियों की मां से मिली तो मां ने समाज में बदनामी और जिंदगी जीने के लिए आमदनी नहीं होने पर पति के खिलाफ कार्रवाई नहीं चाहती। पति को डांटकर पाबंद कर दो। भविष्य में ऐसी घिनौनी करतूत बेटियों के संग न करे।
डीसीपी (वेस्ट) अमित कुमार बुढानिया ने बताया कि एसोसिएशन फॉर वालेंटरी एक्शन को आसरा फाउंडेशन से सूचना मिली कि अस्पताल में एक महिला अपनी दो बच्चियों के साथ हुई यौन हिंसा के बारे में बताना चाहती है। एनजीओ की प्रतिनिधि को बच्चियों की मां ने कार्रवाई नहीं चाहने के लिए कहा, तब एनजीओ ने उनके कार्यालय में इसकी सूचना दी।
डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि चित्रकूट थाने की एसएचओ अंतिम शर्मा को हिडन कैमरे के साथ एनजीओ प्रतिनिधि के मौजूदगी में दोनों बच्चियों और उनकी मां की काउंसलिंग करने भेजा। एसएचओ ने महिला व दोनों बच्चियों को आश्वासन दिया और उनसे पूरी घटना की जानकारी ली। हकीकत सामने आने के बाद दोनों बच्चियों का मेडिकल मुआयना करवाया, जिसमें बलात्कार होने की पुष्टि हुई। तब एसएचओ अंतिम शर्मा ने बच्चियों के आरोपी पिता के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने अनुसंधान के बाद आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया।