
जयपुर. वाईफाई और पर्सनल हॉटस्पॉट का पासवर्ड शेयर करना भारी पड़ सकता है। वजह, वाईफाई और पर्सनल हॉटस्पॉट का दुरुपयोग कर अन्य व्यक्ति चाइल्ड पोर्नोग्राफी कंटेंट देख सकता है। चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में आईपी एड्रेस के आधार पर लोकेशन ट्रेस होती है। जिस व्यक्ति का वाईफाई और हॉटस्पॉट इस्तेमाल होता है उसके आईपी एड्रेस से आरोपी को चिह्नित किया जाता है। ऐसे में पुलिस आपको गिरफ्तार कर सकती है।
ऑनलाइन पढ़ाई के चलते बच्चों में मोबाइल का चलन बढ़ गया है। साइबर पुलिस का कहना है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी से बच्चों को बड़ा खतरा है। कई बार वह अनजाने में चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुडा कंटेंट अपलोड कर वायरल कर देते हैं। ऐसे में परिजन मोबाइल का पैरेंटल कंट्रोल अपने पास ही रखें। जिससे समय समय पर चेक करते रहे कि बच्चों ने क्या देखा इसकी जानकारी भी मिलती रहे। इसके अलावा बच्चों की ओर से इस्तेमाल किए जा रहे डिवाइस को भी अपने पास ही रखें।
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बच्चों के मोबाइल पर ऐसे रखें नियंत्रण
वाईफाई और हॉटस्पॉट किसी भी अनजान व्यक्ति से शेयर न करें। यदि कोई इसका दुरुपयोग कर चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखता है तो आपकी ही आईपी एड्रेस व लोकेशन ट्रेस होगी। इसके साथ ही मैक बाइंडिंग करके रखें ताकि सीमित संख्या में ही लोग वाईफाई और हॉटस्पॉट से जुड सकें।
- निशीत दीक्षित, अधिवक्ता और साइबर क्राइम विशेषज्ञ
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चाइल्ड पोर्नोग्राफी शेयर व डाउनलोड करना अपराध
बता दें की सभी स्मार्टफोन में हॉटस्पॉट और वाईफाई की सुविधा होती है। इससे एक मोबाइल से दूसरे मोबाइल या फिर लैपटॉप के लिए इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करा सकते हैं। इस पर वाट्सऐप, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया के जरिए चाइल्ड पोर्नोग्राफी शेयर करना व डाउनलोड करना कानूनी अपराध है।
Published on:
10 Sept 2023 10:42 am
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