पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय का कामकाज फिर सवालों में है। इस बार मामला परीक्षा आवेदन का है। राजस्थान विवि परीक्षा के लिए बुधवार से आवेदन शुरू कर रहा है, जबकि शेखावाटी विवि में आवेदन प्रक्रिया के लिए अब तक फर्म चयन के लिए टेंडर प्रक्रिया ही पूरी नहीं हो पाई है। ऐसे में पहली बार ही परीक्षा करवाने जा रहे विवि की कार्यप्रणाली फिर संदेह से घिर गई है।
एक महीने में छह दिन पहुंचीें वीसी
विवि में कुलपति की कम उपस्थिति भी चर्चाओं में हैं। सूत्रों की मानें तो विश्वविद्यालय की धीमी प्रगति का कारण भी यही है। बताया जा रहा है कि एक ओर जहां विवि प्रशासन कॉलेज संबद्धता, भवन व परीक्षा के लिए फर्म चयन के काम से जूझ रहा है, वहीं कुलपति पिछले एक महीने में महज 6 दिन ही विवि में उपस्थित रही है। बतादें कि कुलपति की कम उपस्थिति का मुद्दा एसएफआई व एबीवीपी सरीखे छात्रसंगठन भी कई बार उठा चुके हैं।
टेंडर की कछुआ चाल
विश्वविद्यालय में परीक्षा आवेदन व उत्तर पुस्तिका प्रकाशन के फर्म चयन के लिए ई टेंडरिंग की प्रक्रिया में विवि प्रशासन पिछले दो महीने से जुटा है। लेकिन, अब भी मामला तकनीकी निविदा तक ही पहुंचा है। जिसमें भी उत्तर पुस्तिका के लिए एक तथा परीक्षा आवेदन के लिए दो फर्म की ही रुचि होने पर मामला वित्तीय निविदा के बाद अब सरकार को भेजा जाएगा। लेकिन, सरकार की सहमति के बाद चयनित फर्म आवेदन की प्रक्रिया कब से शुरू करेगी, कुछ अता पता नहीं।
राजस्थान विवि कराएगा कॉलेज का रजिस्ट्रेशन
इधर, राजस्थान विश्वविद्यालय ने 25 नवंबर से परीक्षा आवेदन शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है। नियमित विद्यार्थियों के आवेदन के लिए इस बार कॉलेजों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। विश्वविद्यालय से लॉगइन आईडी व पासवर्ड मिलने के बाद कॉलेज के जरिए विद्यार्थियों के आवेदन ऑनलाइन अपलोड होंगे।
दोनों विवि में होंगे आवेदन
सीकर व झुंझुनूं की कॉलेज को परीक्षा के लिए शेखावाटी व राजस्थाना विवि दोनों में ही आवेदन करने होंगे। स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के आवेदन शेखावाटी विवि में करने होंगे। जबकि बाकि सभी कक्षाओं के आवेदन राजस्थान विवि में होंगे।
इनका कहना है
फर्म के चयन के लिए तकनीकी निविदा खोली जा चुकी है। वित्तीय निविदा शनिवार को खोल दी जाएगी। जैसी ही कुलपति विवि आएंगी, उनके हस्ताक्षर से सरकार की स्वीकृति के लिए मामला भिजवा दिया जाएगा।
कैलाश चंद्र सांखला, वित नियंत्रक