
जिनवाणी का पूजन कर मनाया श्रुत पंचमी पर्व
जयपुर.दिगंबर जैन धर्मावलंबियों ने बुधवार को श्रुत पंचमी पर्व मनाया। इस मौके पर जिनवाणी पूजा और आरती के आयोजन हुए। लॉकडाउन के चलते मंदिरों में श्रुत स्कंध विधान मंडल पूजा, विचार गोष्ठी और जिनवाणी रथयात्रा कार्यक्रम नहीं हुए। श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों में भगवान महावीर के चित्र के समक्ष जिनवाणी और पूजा की पुस्तिका विराजमान कर दीप प्रज्जवलन किया। अष्ट द्रव्य से भक्तिभाव से श्रुत पंचमी पूजा की। पूजा के बाद जिनवाणी की आरती की। भगवान महावीर स्वामी की आरती के साथ समापन हुआ। श्रद्धालुओं ने टीवी और मोबाइल के माध्यम से जैन संतों के ऑनलाइन प्रवचन सुने।
राजस्थान जैन साहित्य परिषद् जयपुर के अध्यक्ष महेश चांदवाड़ ने बताया कि भगवान महावीर के निर्वाण के 683 वर्षों बाद उनके उपदेशों को आचार्य पुष्प दंत और भूतबली ने लिपिबद्ध कर षटखंडागम ग्रन्थ की रचना की थी। जनकपुरी मंदिर में जिनवाणी की पूजा-आराधना कर श्रद्धालुओं ने शास्त्र भंडारों की सार-संभाल और स्वाध्याय कर जीवन सार्थक करने का संकल्प लिया। पदमचंद बिलाला,कमलेश पाटनी ने सुबह जिनवाणी की वेदी की साफ-सफाई कर षट्खडांगम के सभी खंडों को मूल वेदी और आदिनाथ भगवान के समक्ष सजाया। अभिषेक और शांतिधारा के बाद श्रुत पंचमी की भक्तिभाव से पूजा की गई। इसके बाद जिनवाणी स्तुति और आरती की। पूजा-अर्चना का वीडियो सभी श्रावकों को लाइव दिखाया गया।
Published on:
27 May 2020 07:05 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
