
जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल के सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने रोबोटिक सर्जरी से दो मरीजों को जीवनदान दिया है। दोनों मरीजों की वेंट्रल हर्निया की सर्जरी की गई है। चिकित्सकों का दावा है कि यहां पहली बार नई तकनीक से यह सर्जरी की गई है।
विभागाध्यक्ष डॉ. सुमिता ए. जैन ने बताया कि दोनों मरीजों के पेट में 2 से 3 सेमी का छेद था। ऐसे में दूरबीन या अन्य सर्जरी के जरिए छेद बंद कर जाली लगाना मुश्किल था इसलिए रोबोटिक सर्जरी की गई इससे मरीजों को फिर से वेंट्रल हर्निय होने की आशंका भी नहीं रहेगी।
ये रहे शामिल - सर्जरी को दिल्ली वे अपोलो अस्पताल से आए डॉ. अरुण प्रसाद के निर्देशन में किया गया सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. सुमित ए जैन, डॉ. योगेंद दाधीच, डॉ. प्रवीण डॉ. दिनेश शर्मा, डॉ. संदीप जांगिड़ डॉ. सुनील चौहान, डॉकंचन, डॉ. मनोज सोनी व नर्सिंग स्टाफ शामिल।
पिछले कुछ सालों में मेडिकल सेक्टर में रोबोटिक सर्जरी का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। इस सर्जरी की मदद से अब मुश्किल से मुश्किल ऑपरेशन किया जा रहा है। हमारे शरीर के कुछ ऐसे अंग होते हैं, जहां पहुंचना मुश्किल और खतरनाक होता है। लेकिन रोबोट से की जाने वाली सर्जरी की मदद से इन अंगों तक भी आसानी से पहुंचा जा सकता है। कैंसर जैसे खतरनाक रोग में भी यह सर्जरी कारगर है। रोबोटिक सर्जरी में डॉक्टर द्वारा प्रोग्राम किए गए रोबोट ऑपरेशन किया जाता है।
इन बीमारियों में हो सकती है रोबोटिक सर्जरी
रोबोटिक सर्जरी काफी महंगी होती है। यही वजह है कि इसका सुझाव हर किसी को नहीं दिया जाता। जिन मरीजों को किडनी, प्रोस्टेट, इसोफैगस, लीवर, अंडाशय, गर्भाशय, बड़ी आंत और लिम्फ नोड्स के कैंसर होते हैं, उन्हें रोबोटिक सर्जरी की सलाह दी जाती है।
फायदे
रोबोटिक सर्जरी में ऑपरेशन के दौरान कट बहुत छोटा सा लगता है। यही वजह है कि सर्जरी का निशान शरीर पर बहुत छोटा होता है। डॉक्टर द्वारा की जाने वाली सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी में रिकवरी तेजी से होती है और ब्लड लॉस भी काफी कम होता है।
Published on:
28 May 2023 12:08 pm
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