
Sukhdev Singh Murder Case: श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी सहित दो लोगों की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या करने वाले शूटरों का दूसरे दिन बुधवार को भी सुराग नहीं लग सका। मानसरोवर स्थित मेट्रो मास हॉस्पिटल में मंगलवार से रखे शव को परिजन व समर्थक पोस्टमार्टम के लिए एसएमएस अस्पताल नहीं लाने दे रहे थे।
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ की हत्याकांड के बाद मेट्रो मास हॉस्पिटल के बाहर सड़क रोकर धरना दे रहे प्रदर्शन करने वालों की संघर्ष समिति के पदाधिकारी, कई वर्तमान व पूर्व विधायक और संगठनों के पदाधिकारियों के साथ कई घंटे चली वार्ता के बाद घटना के करीब 32 घंटे बाद 11 मांगों पर सहमति बनी। जिसके बाद धरना समाप्त किया गया और बुधवार रात करीब 10 बजे शव एसएमएस अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। पुलिस ने जिला कलक्टर से अनुमति लेकर बुधवार रात को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी व घटना में हत्या के शिकार नवीन सिंह शेखावत के शव का पांच चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। सुखदेव सिंह के शव की गुरुवार को उनके गांव गोगामेड़ी में अंत्येष्टि होगी। इससे पहले रात करीब साढ़े आठ बजे सहमति बनने के बाद धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी गई, लेकिन गोगामेड़ी की पत्नी ने सहमति पत्र पर अपनी सहमति नहीं जताई और धरना जारी रखने की बात कही। इसके बाद पुलिस अधिकारी सकते में आ गए। बाद में शूटरों को 72 घंटे में गिरफ्तार करने और श्याम नगर थानाधिकारी मनीष गुप्ता को सस्पेंड करने के बाद परिजन धरना समाप्त करने पर सहमत हुए।
सहमति पत्र में यह
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में सर्व सामाजिक संगठन के मांग पत्र पर समाज के प्रतिनिधि मंडल की पुलिस कमिश्नर से चर्चा के बाद इन बिन्दुओं पर सहमति बनी।
1. हत्या करने वाले शूटरों को पुलिस द्वारा बिना विलम्ब गिरफ्तार किया जाएगा। आपराधिक साजिश में शामिल गैंगस्टर लॉरेन्स विश्नोई, रोहित गोदारा एवं अन्य जो भी शामिल हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई के लिए अनुसंधान पत्रावली में उल्लेख किया जाएगा।
2. प्रकरण का अनुसंधान एनआईए एजेन्सी द्वारा करने की अनुशंसा की जाएगी।
3. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को लगातार मिल रही धमकियों के बाद भी उनको पुलिस सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराने के संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका सामने लाने के लिए राजस्थान उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराके जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
4. बाद अनुसंधान प्रकरण का ट्रायल फास्ट ट्रेक कोर्ट (विशेष न्यायालय एनआईए प्रकरण) से करवाया जाएगा।
5. घटना घटित होने के पूर्व व पश्चात लापरवाही बरतने के संबंध में विभागीय जांच की जाएगी। इस विभागीय जांच के दौरान थानाधिकारी और बीट में पद स्थापित कार्मिकों को पुलिस लाइन जयपुर में स्थानान्तरण किया जाएगा।
6. सुखदेव सिंह के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए व सरकारी नौकरी दिलवाए जाने के लिए राज्य सरकार को अनुशंषा की जाएगी।
7. घटना में घायल अजीत सिंह के परिजनों को भी आर्थिक सहायता दिलाने के लिए राज्य सरकार को अनुशंसा की जाएगी।
8. सुखदेव सिंह के परिवार के सदस्यों को जयपुर में पुलिस आयुक्तलाय जयपुर द्वारा और हनुमानगढ़ जिले में जिला पुलिस हनुमानगढ़ द्वारा हाई सिक्योरिटी प्रदान की जाएगी।
9. सुखदेव सिंह के जयपुर निवासरत परिवार के सदस्यों को शस्त्र अनुज्ञा पत्र जयपुर आयुक्तालय द्वारा आवेदन पत्र प्राप्त होने से 10 दिन में स्वीकृत किया जाएगा। जिला हनुमानगढ़ के निवासरत परिवारजन को शस्त्र अनुज्ञा पत्र के विचाराधीन आवेदनों पर दस दिन में अनुज्ञा पत्र स्वीकृति के लिए जिला मजिस्ट्रेट हनुमानगढ़ को निर्देश देने के लिए प्रमुख शासन सचिव गृह राजस्थान सरकार को सूचित किया जाएगा।
10. इस प्रकरण के सभी गवाहों को जयपुर आयुक्तालय या संबंधित जिले से सुरक्षा उपलब्ध की जाएगी।
11. चर्चा के दौरान यह तथ्य सामने आया है कि जिस आपराधिक गैंग द्वारा सुखदेव सिंह की हत्या की गई है। इसी गैंग के निशाने पर राजपूत समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं, जिनके खतरे का सात दिन में आंकलन कर उन्हें समुचित सुरक्षा उपलब्ध करवाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। राजपूत समाज के जिन प्रतिष्ठित व्यक्तियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा है उनकी सूची अलग से प्रेषित कर दी गई है।
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Published on:
07 Dec 2023 09:16 am
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