
Supplementary exam
जयपुर। शिक्षा विभाग पूरक आने वाले विद्यार्थियों को प्रतिभावान समझता है, तभी पूरक परीक्षा की तैयारी के लिए विद्यार्थियों को सिर्फ तीन दिन का समय दिया है। जानकारों का कहना है कि जब बच्चा पूरी साल पढ़ाई करके भी पूरक आ रहा है तो फिर सिर्फ तीन दिन की पढ़ाई कर पूरक परीक्षा कैसे देगा। शिक्षक संगठनों ने सरकार और शिक्षा विभाग से मांग कि है कि विद्यार्थी हितों को देखते हुए पूरक परीक्षाओं की तिथि में परिर्वतन करना चाहिए। पूरक परीक्षा के लिए सिर्फ तीन दिन का ही समय मिला है, इससे विद्यार्थियों को तैयारी का समय नहीं मिलेगा और उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ेगा।
ये है मामला
शिक्षा विभाग की स्थानीय परीक्षाएं 25 अप्रेल का संपन्न हुई थी, उसके बाद इनका परिणाम 30 अप्रेल को घोषित किया गया और 1 मई को बच्चों को अंक तालिकाएं दी गईं। उसके बाद ही उन्हें पता चला की किस विषय में उनकी पूरक आई है। अब विभाग ने पूरक परीक्षा की तिथि 5 से 8 मई तय की है, ऐसे में विद्यार्थी और उनके अभिभावक भी असमंजस की स्थिति में हैं कि सिर्फ 3 दिन पढ़ाई करके ही विद्यार्थी पूरक परीक्षा कैसे देंगे। उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय ही नहीं मिल पाया है। गौरतलब है कि 9 मई को पूरक परीक्षा का परिणाम घोषित करना है और प्रगति पत्र वितरित करने हैं। इसके बाद 10 मई से ग्रीष्मावकाश शुरू होगा।
पिछले वर्ष भी बदली तिथि
पिछले वर्ष तो शिक्षा विभाग ने पूरक परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को सिर्फ एक दिन का ही समय दिया था। पत्रिका ने जब इस मामले को उठाया तो पिछले वर्ष तिथि में परिवर्तन किया गया। पिछले व्र्श 6 से 8 मई को परीक्षा होनी थी, पत्रिका में समाचार होने के बाद यह मामला सामने आने पर विभाग के आला अधिकारियों ने शिविरा पंचांग में संशोधन किया और 22 से 24 जून को परीक्षाएं हुईं। इस बार भी विद्यार्थी और शिक्षक परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
Published on:
02 May 2018 10:53 am
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