कानोडिया कॉलेज की प्राचार्या मुक्ता अग्रवाल का कहना है कि बच्चों में कुपोषण रोकने के लिए यह जरूरी है कि उनके खाने में छाछ, दाल,और हरी सब्जी यानी तीन रंग जरूर हो। मुक्ता शनिवार को आरयू के Department of Life Long Learning में Integrated Child Development Service पर आयोजित सिम्पोजियम में अपने विचार व्यक्त कर रही थीं। उन्होंने इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ विभाग में चल रही सेवाओं और उन्हें लागू करने में होने वाली समस्याओं पर चर्चा की साथ ही बच्चों के कुपोषण पर चिंता जताते उन्हें कुपोषण से मुक्त करने के लिए सुझाव दिए।
वहीं विभाग के निदेशक प्रो.प्रकाश शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में आंगनबाड़ी में कार्यरत महिलाओं को असली यशोदा बताया।वहीं उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता डॉ. चयनिका उनियाला पांडा ने महिलाओं के आर्थिक सामाजिक विकास की वकालत की। उन्होंने महिलाओं और बच्चों के विकास के लिए राज्य सरकार की विभिन्न योजानाओं जैसे उड़ान योजना, पालनहार स्वाधार गृह, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,महिला निधि योजना, महिला शक्ति, मिशन पोषण, महिला पेंशन योजना,इंदिरा गांधी रसोई योजना आदि की जानकारी दी। कार्यक्रम अधिकारी अशोक शर्मा ने सरकार की विभिन्न योजनाओं के लागू करने में आ रही समस्याओं से अवगत करवाया।
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कार्यकर्ताओं ने यह समस्याएं बताई..
कार्यक्रम में शामिल हुई कार्यकर्ताओं ने इस दौरान अपनी समस्याओं की जानकारी दी। उनका कहना था कि आंगनबाडिय़ों के लिए भवन की कमी बनी हुई है। जो भवन किराए पर चल रहे हैं उनमें बच्चों और कार्यकर्ताओं के लिए शौचालय तक उपलब्ध नहीं हैं।
वहीं उद्घाटन सत्र के बाद आयोजित एक सत्र में आलोचक और लेखक डॉ. राजेश व्यास, यूनिसेफ की विनिता दत्ता से प्रतिभागियों से चर्चा की।