
जयपुर। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम भले ही बेरोजगारों को रोजगार देने में पीछे हैं, लेकिन यहां प्रतिनियुक्ति पर लगे अधिकारियों का खूब विकास हो रहा है। निगम में राज्य और दूसरे राज्यों से अधिकारी प्रतिनियुक्ति ले रहे हैं। आलम यह है कि पांच साल से अधिक समय होने के बाद भी अधिकारियों से निगम का मोह नहीं छूट रहा है। हैरानी की बात है कि इन अधिकारियों का बुलावा मूल विभाग से भी आ चुका है, लेकिन अधिकारी निगम में जमे हैं। निगम में मैनेजर के पद पर कार्यरत अवधेश सिंह का मूल विभाग कलकत्ता स्थित दामोदर घाटी निगम है। उनके मूल विभाग की ओर से आरएसएलडीसी को पत्र भी भेजा जा चुका है। इसके बाद भी निगम ने उन्हें अभी तक वापस मूल विभाग में नहीं भेजा।
पहले रिलीव किया फिर वापस लगाया
निगम में ही उपमहाप्रबंधक पद पर कार्यरत अनुराधा यादव आरएसएलडीसी ने पहले निगम से रिलीव कर मूल विभाग जाने के निर्देश जारी कर दिए। लेकिन निगम आयुक्त बदलने के बाद वापस निगम ने ही यादव की प्रतिनियुक्ति यथावत रख दी।
निगम में जो भी प्रतिनियुक्ति पर अधिकारी लगे हैं, उनके कामकाज को देखा जा रहा है, खामियां पाई गई तो उन्हें रिलीव कर दिया जाएगा। उनकी जो भी शिकायतें आ रही हैं उनकी जांच करा रहे हैं।
पीसी किशन, शासन सचिव
कौशल नियोजन एवं उद्यमिता विभाग
Published on:
09 Aug 2023 12:29 pm
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