
जिन विषयों में छात्र कम, उनकी परीक्षा पहले
जयपुर. प्रदेश के विश्वविद्यालयों में जुलाई में होने वाली परीक्षाओं में जिन विषयों में कम विद्यार्थी होंगे, उनकी परीक्षाएं पहले होंगी। साथ ही कोरोना की वजह से सत्र में देरी होने से अवकाशों में कटौती की जाएगी। गुरुवार को उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने राज्य के राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं कुलसचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा की। इस मौके पर परीक्षाओं के आयोजन, मूल्यांकन, परीक्षा परिणाम जारी करने, आगामी सत्र आरम्भ करने, नवीन शिक्षण प्रविधि अपनाने, कैंपस सेनेटाइजेशन, हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना आदि पर चर्चा कर निर्देश दिए। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से थर्मल स्क्रीनिंग, सोशल डिस्टेन्सिंग, मास्क लगाने, स्वास्थ्यकर्मी की उपलब्धता करवाने की बात कही। परीक्षा पर सहमत नहीं हालांकि कुछ विश्वविद्यालय के कुलपति परीक्षा आयोजन पर सहमत नहीं दिखे। वीसी में अंबेडकर विधि विवि के कुलपति डॉ.देवस्वरूप का मत था कि कमेटी ने जो परीक्षा के प्लान का सुझाव दिया है, वह व्यवहारिक और विद्यार्थियों के लिए सुरक्षित नहीं है। इसके बजाय विद्यार्थियों को एेवरेज माक्र्स देकर पास कर सकते हैं। परीक्षा आयोजन पर पुनर्विचार किया जा सकता है। भाटी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की परिस्थितियों के मुताबिक आगामी परीक्षा कार्यक्रम बनाया जा रहा है। परीक्षा केन्द्रों पर प्रशासन, पुलिस के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से थर्मल स्क्रीनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगवाने की व्यवस्थाओं के अलावा स्वास्थ्यकर्मी भी मौजूद रहेंगे।
Published on:
12 Jun 2020 12:58 am
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
