Big faces of Rajasthan BJP Joined : राजस्थान की राजनीति में लोकसभा चुनाव से पहले दल-बदल का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में रविवार को मेगा ज्वॉइनिंग हो गई है। जिसमें कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है।
जयपुर•Mar 10, 2024 / 12:59 pm•
Lokendra Sainger
Lok Sabha Election 2024 : राजस्थान की राजनीति में लोकसभा चुनाव से पहले दल-बदल का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में रविवार को मेगा ज्वॉइनिंग हो गई है। जिसमें करीब 25 नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में अपना कुनबा बढ़ाने में लगी है। वहीं, नेताओं के लगातार छोड़कर जाने से कांग्रेस कमजोर होती दिखाई पड़ रही है।
जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और गहलोत सरकार में कृषि मंत्री रहे लालचंद कटारिया, नागौर के दिग्गज जाट नेता रिछपाल मिर्धा और उनके पूर्व विधायक पुत्र विजयपाल मिर्धा, कमला बेनीवाल के बेटे और पूर्व विधायक आलोक बेनीवाल, पूर्व मंत्री राजेंद्र यादव, भीलवाड़ा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रामपाल शर्मा जैसे बड़े नाम शामिल हुए।
इसके अलावा पूर्व विधायक और एससी आयोग के अध्यक्ष रहे खिलाड़ी लाल बैरवा, पूर्व जिलाध्यक्ष भीलवाड़ा रामपाल शर्मा, पूर्व विधायक फुलेरा रामनारायण किसान, उपाध्यक्ष क्रीडा परिषद् अनिल व्यास, सेवानिवृत्त आईएएस औंकार सिंह चौधरी, जिला अध्यक्ष भआरत कृषक समाज गोपाल राम कुकणा शामिल हुए।
साथ ही प्रदेश महासचिव कांग्रेस ओ.बी.सी. विभाग डॉ. अशोक जांगिड़, अंतर्राष्ट्रीय गोल्ड मेडलिस्ट प्रिया सिंह, पूर्व अध्यक्ष राजस्थान कांग्रेस सेवादल सुरेश चौधरी, राजस्थान कांग्रेस प्रदेश सचिव राजेंद्र परसवाल, प्रधान पंचायत समिति जोबनेर शैतान सिंह मेहरड़ा, प्रधान झोटवाड़ा रामनारायण झाझड़ा, पूर्व प्रधान लाडनूं जगन्नाथ बुरड़क पुत्र हरजीराम बुरड़क भाजपा में शामिल हुए।
राजस्थान ऑल जाट महासभा प्रदेशाध्यक्ष कर्मवीर चौधरी, राजस्थान ऑल जाट महासभा युवा अध्यक्ष कुलदीप ढेवा, बच्चू सिंह चौधरी, पूर्व विधायक प्रत्याशी रामलाल मीणा, पूर्व सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी महेश शर्मा, पूर्व प्रधान मालपुरा रणजीत सिंह, प्रदेशाध्यक्ष ब्राह्मण महासभा मधुसूदन शर्मा ने भी बीजेपी का दामन थामा।
कांग्रेस की दिग्गज नेता रहे रिछपाल मिर्धा ने भाजपा में शामिल होने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘कांग्रेस ने जाटों को कुछ नहीं दिया, हमने 50 साल तक कांग्रेस को सींचा, कांग्रेस ने हमेशा जाट समाज के बड़े नेताओं को किनारे लगाया। परसराम मदेरणा, महिपाल मदेरणा, नटवर सिंह, राजेंद्र चौधरी जैसे नेताओं को किनारे लगाया गया। कांग्रेस में हमारी सुनवाई नहीं हुई। अब हम भाजपा के साथ हैं।’