
दुनियाभर में राजस्थान के ये 4 शहर रंगों के नाम से पॉपुलर है, जैसे की जयपुर को पिंक सिटी, उदयपुर को वाइट सिटी, जोधपुर को ब्लू सिटी व जैसलमेर को गोल्डन सिटी के नाम से जाना जाता है। लेकिन सवाल यह है कि ऐसा क्यों? तो आइए इन कलर कोडेड शहरों की गुत्थी को सुलझाते है।

उदयपुर शहर को व्हाइट सिटी के नाम इसलिए दिया गया है क्यूंकि यहां की वास्तुकला सफेद संगमरमर की है और अगर आप इस शहर को ऊंचाई से देखते है तो पूरा शहर सफ़ेद दिखाई देता है। बता दें आपको कि यह शहर झीलों, महलों और किलों के लिए भी प्रसिद्ध है।

हमारे देश में अतिथि को भगवान के समान माना जाता है और उनकी खूब खातिरदारी की जाती है। जयपुर को पिंक सिटी कहा जाता है इसके पीछे भी एक खास वजह छिपी है। दरअसल 1876 में महाराजा सवाई मान सिंह के शासनकाल में प्रिंस ऑफ वेल्स और रानी विक्टोरिया के स्वागत के लिए जयपुर शहर को टेराकोटा गुलाबी रंग से रंगा गया था। इसके बाद यह नियम लागू किया गया है कि शहर की सभी इमारतों और घरों को गुलाबी रंग से रंगा जाएगा।

जोधपुर शहर विश्वभर में ब्लू सिटी के नाम से विख्यात है। इसका नाम ब्लू सिटी इसलिए पड़ा क्योंकि यहां आने पर आपका स्वागत समुद्र जैसे नीले रंग से घिरी इमारतों द्वारा होता है। चौकने वाली बात यह है कि घरों को नीले रंग से पेंट करने की शुरुआत ब्राह्मणों ने की थी ताकि रेगिस्तान में स्थित इस शहर के घरों को ठंडा रखा जा सके।

रेगिस्तान से घिरा हुआ जैसलमेर शहर को गोल्डन सिटी के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह शहर सोने जैसा चमकता है। इसके पीछे कोई खज़ाना नहीं बल्कि यहाँ की इमारतों व घरों को पीले पत्थर से बने है। जब सूरज की किरणे इन घरों के ऊपर पड़ती हैं तो सभी दीवारें सोने जैसी चमकती हैं। यही कारण है कि जैसलमेर को स्वर्ण नगरी कहा गया है।