
जयपुर। महिलाएं अब आधुनिक तरीके से गर्भवती होने से बच रही है। वैसे तो सरकार की ओर से गर्भनिरोधक गोलियां छाया व माला-एन, कंडोम, आईयूसीडी 375/380 ए, अंतरा इंजेक्शन, ईजी पिल अस्थायी साधनों में तथा स्थायी परिवार नियोजन साधन पुरुष व महिला नसबंदी की निः शुल्क सेवाएं दी जाती है। लेकिन राजस्थान में महिलाएं सबसे ज्यादा अंतरा गर्भ निरोधक इंजेक्शन को पसंद कर रही है। जिसके जरिए महिलाओं में गर्भ का ठहराव नहीं हो रहा है।
निदेशक परिवार कल्याण डॉ. सुनीत सिंह राणावत ने बताया कि पिछले वर्ष में 1 लाख 30 हजार 847 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन की पहली डोज को लिया है। 2 लाख 20 हजार 562 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी साधन का चयन किया है। पीपीआईयूसीडी दूसरा अधिक लोकप्रिय गर्भ निरोधक साधन है। जो कि चिकित्सक से परामर्श करके प्रसव के बाद 48 घंटे के अंदर प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी के द्वारा महिला पीपीआईयूसीडी का लाभ प्राप्त कर सकती है और पुनः गर्भधारण चाहने पर इस डिवाइस को आसानी से निकलवाया जा सकता है।
राणावत ने बताया कि वर्तमान में बच्चों के जन्म में अंतर रखने के लिए योग्य-दम्पत्तियों के लिए आधुनिक और सुलभ परिवार नियोजन साधन उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए अंतरा एम.पी.ए. इंजेक्शन अनचाहे गर्भ ठहरने की चिंता से मुक्ति के लिए अधिक सुरक्षित और सुलभ गर्भनिरोधक साधन है। उन्होंने बताया कि हर चौथे माह में एक अंतरा इंजेक्शन प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्मिक से लगवाया जाता है और जब महिला गर्भ धारण करना चाहे तब इस इंजेक्शन को लगवाना बंद कर दें।
Updated on:
11 Jan 2025 03:46 pm
Published on:
11 Jan 2025 10:43 am
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