जयपुरPublished: Jun 02, 2023 03:31:01 pm
Akshita Deora
Rajasthan Free Electricity Scheme: सभी घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को सौ यूनिट बिजली फ्री और 200 यूनिट तक अतिरिक्त सभी चार्ज से छूट देने की घोषणा ने डिस्कॉम की चिंता बढ़ा दी है। प्रबंधन को आशंका है कि इससे एक ही घर में दो कनेक्शन लेने वालों की कतार लग जाएगी।
Rajasthan Free Electricity Scheme: सभी घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को सौ यूनिट बिजली फ्री और 200 यूनिट तक अतिरिक्त सभी चार्ज से छूट देने की घोषणा ने डिस्कॉम की चिंता बढ़ा दी है। प्रबंधन को आशंका है कि इससे एक ही घर में दो कनेक्शन लेने वालों की कतार लग जाएगी। इसे रोकने का फिलहाल पुख्ता मैकेनिज्म नहीं है। ऐसे में ‘फ्री’ बिजली का दुरुपयोग रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। खासकर, दो सौ यूनिट तक खपत वाले उपभोक्ता पर नजर रहेगी। ऐसे उपभोक्ताओं की सैंपल रीडिंग चैक की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कहीं कम रीडिंग दर्शाकर तो फ्री बिजली नहीं दी जा रही। साथ ही एक ही घर में दूसरा कनेक्शन देने से पहले भौतिक जांच की जाएगी। जरूरत पड़ी तो आस-पास के लोगों से भी पूछा जाएगा।
अलग कनेक्शन के लिए यह देखा जाएगा
-भौतिक रूप से अलग रह रहे हों।
-एक ही घर में अलग कमरा, अलग रसोई होनी जरूरी।
-इलेक्ट्रिकल वायङ्क्षरग सिस्टम अलग होनी चाहिए।
-घर में अलग प्रवेश मार्ग हो।
-दो मंजिला घर है तो अलग-अलग मंजिल पर कनेक्शन संभव।
(1) 200 यूनिट तक : अब 348 रुपए से 427 रुपए ज्यादा छूट
पहले- उपभोक्ताओं को बिजली बिल में 312 से 520 रुपए तक सब्सिडी मिलती रही।
अब- नई घोषणा के तहत न्यूनतम 660 और अधिकत 947.50 रुपए तक सब्सिडी मिलेगी। यानि 348 रुपए से 427 रुपए तक ज्यादा छूट मिलेगी।
(2) 200 यूनिट से ज्यादा खपत : 107 से 188 रुपए तक बचत हो गई कम
पहले- उपभोक्ताओं को 550 से 750 रुपए तक सब्सिडी मिलती रही।
अब – ऐसे सभी को 562.50 रुपए की ही सब्सिडी मिलेगी। ऐसे में 107 से 188 रुपए तक की बचत कम हो गई।
मास्टर स्ट्रोक…सरकार पर अतिरिक्त भार नहीं
मुख्यमंत्री ने घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को नए कलेवर में जो राहत दी है, उसमें उपभोक्ता संख्या तो बढ़ गई लेकिन सरकार पर अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं पड़ेगा। पहले दिए जा रहे अनुदान के तहत 6600 से 6800 करोड़ रुपए वित्तीय भार की गणना की गई थी। नई घोषणा के बाद भी यह आंकड़ा लगभग इतना ही रहेगा। क्योंकि, दौ सौ यूनिट तक खपत वाले उपभोक्ताओं की अनुदान राशि बढ़ी है, लेकिन इससे ज्यादा बिजली खपत करने वाले 7 लाख उपभोक्ताओं की बचत कम हो गई।