एक किशोरी का उसके ही सगे दो चाचा ने 50 हजार रुपए में सौदा कर उसे खरीददार को सौंप दिया। करीब आठ दिनों तक किशोरी खरीदार के कब्जे में रही। इस दौरान उससे ज्यादती का भी आरोप है। शनिवार को किशोरी महिला परामर्श केन्द्र पहुंची और आपबीती सुनाई। इस पर किशोरी का मेडिकल कराया गया। केन्द्र पर किशोरी के परिजनों के भी बयान दर्ज किए गए है। केन्द्र की प्रभारी सविता गुप्ता ने बताया कि किशोरी के अनुसार उसके पिता की करीब डेढ़ वर्ष मौत हो चुकी है। परिवार में दो भाई, एक बहिन तथा मां है।
किशोरी के दो चाचा ने 50 हजार रुपए में उसका सौदा तय किया। गत 24 नवम्बर को दस हजार रुपए लेकर उसे खरीददार को सौंप दिया। इसके दो दिन बाद 26 नवम्बर को 20 हजार रुपए और दिए गए। वह 8 दिसम्बर को भाग गई और चाचा और ग्रामीण के डर से घर नहीं गई। इसके चलते उसने दो-तीन दिन एमजी चिकित्सालय में ही गुजारे। उसके बाद मदद के लिए महिला सलाह एवं सुरक्षा केन्द्र पहुंची।
परिजनों को नहीं जानकारी
किशोरी को बेचने की जानकारी उसकी मां और भाई-बहिन तक को नहीं थी। बाद में उनके सामने राशि का लेन-देन हुआ तो परिवार के सदस्य हक्के-बक्के रह गए, लेकिन चाचा और ग्रामीणों के डर से कुछ नहीं बोल पाए। किशोरी का आरोप है कि आरोपित नशे में आता और उससे दुष्कर्म करता था।
मानव तस्करी का मामला बनता है
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि यह गंभीर प्रकृति का अपराध है। इस तरह के मामले में आरोपित के खिलाफ मानव तस्करी तथा अपहरण के तहत दर्ज किया जा सकता है।