
कुकर का प्रयोग करते समय रखें ध्यान... नोजल की करें नियमित सफाई, ज्यादा भरकर न चढ़ाएं कुकर
जयपुर। रसोई में खाना बनाते समय प्रेशर कुकर इस्तेमाल करते समय विशेष सावधानी की जरूरत है। थोड़ी सी लापरवाही मुसीबत ला सकती है। कुकर के ढक्कन में लगी नोजल की नियमित सफाई से लेकर कुकर में पानी की सही मात्रा रखने से हादसे होने से बचाए जा सकते हैं। बीस वर्ष से कुकर का कारोबार कर रहे अखिलेश शर्मा ने बताया कि कुकर का उपयोग करते समय पानी सही मात्रा में डालें। कम पानी होगा तो भाप बनकर बाहर निकलेगा, जिससे कुकर सूखा रह जाएगा। सूखा कुकर भाप ज्यादा बनाएगा, जिससे इसके फटने का खतरा बढ़ जाता है।
उन्होंने बताया कि सब्जी, दाल और चावल बनाने के दौरान कई बार इनके दाने नोजल और सीटी के अंदर ये फंस जाते हैं। सफाई नहीं होने की वजह से ये अंदर ही एकत्रित होते रहते हैं। जानकारों के अनुसार गैस पर कुकर के हैंडल का हिस्सा स्वयं के विपरीत दिशा में रखना चाहिए, इससे भी हादसे की गंभीरता को कुछ कम किया जा सकता है।
ये करें
-सेफ्टी वॉल्ब को एक वर्ष के अंतराल में बदलते रहें
-ढक्कर की रबड़ को हर तीन से चार माह में बदला लें
कारण
- जब धातु बहुत पुरानी होती है और कुकर का पैंदा भी घिस जाता है
- सीटी में कचरा फंसने ऊपर नीचे नहीं हो पाती और सीटी से भाप नहीं निकल पानी
- बर्तन छोटा होने और गैस की आग अधिक होने से भी फटने की संभावना रहती है
बचाव
- गैस चूल्हे में छोटे और बड़े बर्नर होते हैं, कुकर के आकर को देखते हुए बर्नर का उपयोग करें
- कुकर को चढ़ाने से पहले सीटी को ऊपर-नीचे करें और नोजल को भी देख लें कि वो साफ है या नहीं
- सेफ्टी वॉल को भी नियमित रूप से साफ करते रहें, कचरा जमा होने से इसकी सतह हार्ड हो जाती है और ये काम नहीं करता।
- रसोई में खाना पकाते समय तीन से चार सीटी ही लगाएं
-देवेंद्र कुमार मीणा, सीएफओ, हैरिटेज नगर निगम
Published on:
01 Aug 2023 12:41 pm
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