मतदान शुरू होते ही मतदान केंद्रों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग गई थीं। पंचायत चुनाव मतदान के दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। चुनाव प्रक्रिया पर निगरानी रखने के लिए राज्य चुनाव आयोग ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता मतदान केंद्रों के आसपास तैनात किया गया है। कड़ी सुरक्षा की बीच लोग मतदान कर रहें। राज्य निर्वाचन आयोग को इस बार भी बंपर वोटिंग की उम्मीद है। पिछले पहले, दूसरे और तीसरे चरण में रिकॉर्ड मतदान हुआ था। तीनों ही चरणों में मतदान 8 फीसदी के पार रहा था।
इसलिए हो रहे चुनाव पंचायत चुनाव-2020 के प्रथम चरण में कानूनी अड़चनों के चलते 1119 ग्राम पंचायतों को सीलबंद अभिरक्षा में रखा गया था। पंचायत पुनर्गठन की अधिसूचना से प्रभावित होने कारण इन ग्राम पंचायतों के चुनाव नहीं करवाए थे।
अब कानूनी अड़चनें दूर होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग इनमें 704 ग्राम पंचायतों के चुनाव करवा रहा है, इनमें से शेष बची 412 ग्राम पंचायतों का चुनाव चौथे चरण में करवाए जाएंगे। सरपंच पद के लिए ईवीएम से कराया जाएगा। पंच पद के चुनाव मतपत्र से कराए जाएंगे। उपसरपंच का चुनाव 16 मार्च को करवाया जाएगा।
इन जिलों की ग्राम पंचायतों में हो रहा मतदान
अजमेर ग्रामीण और सवाई माधोपुर की ग्राम पंचायतों समेत अलवर जिले की नीमराना, बानसूर पंचायत समिति, बाड़मेर जिले की सिवाना, धोरीमन्ना, सेडवा, पाटौदी, आडेल, भरतपुर जिले की कामां और नगर पंचायत समिति में रविवार को मतदान होगा। वहीं श्रीगंगानगर जिले की अनूपगढ़, घड़साना, सूरतगढ़ पंचायत समिति, जैसलमेर की जैसलमेर, सम, सांकड़ा, नाचना, भनियाना, मोहनगढ़, फतेहगढ़, जोधपुर जिले की फलौदी, चामू, सेखला, डेचू, लोहावट, आउ और नागौर जिले की कुचामन, मकराना, खींवसर व डीडवाना पंचायत समिति की ग्राम पंचायतों में मतदान हो रहा है।