
सरकार को चेतावनी, संभल जाए नहीं तो उखाड़ फेकेंगे
जयपुर. किसान महा पंचायत ने में राजधानी में शुक्रवार को राज्य सरकार को उखाड़ फैंकने की चेतावनी दी। अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया कि सरकार किसानों के साथ सौतला व्यवहार कर रही है। 2013 सुराज संकल्प योजना के दौरान किए गए एक भी वायदे पूरे नहीं किए गए। प्रदेश का किसान आत्म हत्या करने का विवश हो रहा है। फसलों को खरीदा नहीं जा रहा। इसके अलावा खरीद का उचित मूल्य भी नहीं मिल रहा। कई फसलों पर किसानों के आर्थिक रुप से हानि हुई है। ऐसे में अन्नदाताओं पर इस समय घोर संकट छाया हुआ है। सरकार किसानों को पूरी तरह से भूल चुकी है।
वहीं जाट ने चेतावनी देते हुए कहा कि अभी भी वक्त हैं संभल जाए, उखाड़ फेकेंगे मैदान से और नहीं तो दल, जाति, सम्प्रदाय जैसे मुद्दे उठकर समान आर्थिक हितों के आधार पर एकता कर किसान वोट बैंक मनायंगे और उसी के आधार पर किसान राज का उद्घोष करेंगे। इस मौके पर सत्यनारायण सिंह, रामेश्वर चौधरी, रणजीत रणव, भैंरु राम सहित कई किसान नेताओं ने सम्बोधित किया। इस मौके पर कई जिलों से किसान नेता आए।
आर्थिक रुप से कमजोर हो रहा किसान
किसान नेता गिरिराज सिंह खंगारोत ने कहा किसान आर्थिक रुप से पिछड़ता जा रहा है। पंजीकरण के बाद भी फसले नहीं खरीदी जा रही। लहसून बोने वाले किसान आत्म हत्या कर रहे है। सरसों सहित कई फसलों पर नुकसान हो रहा है।
ये प्रमुख मांगे
कृषक सुरक्षा अधिनियम एवं कृषि भूमि का अधिकरण रोकने के कानून बनाए।
उपज समर्थन मूल्य में खरीदकर सीधे खाते में जमा कराए पैसे।
खरीद के लिए स्थाई तंत्र विकसित हो, कृषि क्षेत्र में रोजगार मुहैया कराए, लहसुन जल्दी खरीदा जाए।
जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान पर राहत दी जावे।
खरीफ की उपजों के लिए वास्तविक लागत को डेढ गुना से अधिक घोेषित न्यूनतम समर्थन मूल्य जितना कम हैं, उसकी सीमा तक बोनस की घोषणा की जाए;
Published on:
07 Sept 2018 10:01 pm
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