टोंक जिले में होती है बीसलपुर बांध से 81800 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों की सिंचाई नहरों की मरम्मत व सफाई के काम तेजदशहरे तक बारिश के कारण बांध से पानी की डिमांड दिसंबर तक खिसकी
जयपुर।
बीसलपुर बांध अब भी लबालब भरा है और जयपुर,अजमेर और टोंक जिलों के लिए अगले दो वर्ष तक पीने के पानी की चिंता करने की जरूरत नहीं है। लेकिन इस बार टोंक जिले में बीसलपुर बांध के पानी से 81800 हेक्टेयर में खेती करने वाले किसानों के चहरे खुशी से खिले हुए हैं। क्योंकि तीन साल बाद खेती के लिए बीसलपुर बांध से पानी मिलेगा और खेतों में फिर से फसलें लहलाएंगी।
नहरों की मरम्मत और साफ सफाई का काम तेज,3 करोड़ से जयादा बजट मंजूर
जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों के अनुसार टोंक जिले के किसानों को तीन वर्ष बाद बांध से खेती के लिए पानी मिलेगा। इसलिए नहरों की साफ सफाई की जा रही है और बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत की जा रही है। इसके लिए मनरेगा और आपदा प्रबंधन विभाग से 3 करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट मंजूर हुआ है।
सरकार को भेजी बांध में पानी की स्थिति
किसानों को खेती के लिए बांध से पानी देने की मंजूरी राज्य सरकार देगी। इसके लिए जल संसाधन विभाग ने बांध में पानी की स्थिति,टोंक जिले में बांध के पानी से सिंचित क्षेत्र की स्थिति की रिपोर्ट सरकार को भेज दी है। बांध से टोंक जिले में सिचाई के लिए पानी आखिरी बार 2019 में दिया गया था।
सिचाई के लिए 8 टीएमसी पानी आरक्षित
बीसलपुर बांध से टोंक जिले में 81800 हेक्टेयर में खेती की सिंचाई के लिए 8 टीएमसी पानी आरक्षित है। 2019 के बाद 2020 और 2021 में मानसून कमजोर रहा और बांध से सिंचाई के लिए पानी काम में लेने पर रोक लगा दी गई। इस बार बांध में पर्याप्त पानी है और किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने की तैयारी जल संसाधन विभाग ने कर ली है।
दशहरे पर बारिश के कारण डिमांड आगे खिसकी
इस बार दशहरे तक बारिश का दौर जारी रहा। जिससे किसानों को सरसों की बुवाई के लिए प्या्रप्त पानी मिल गया। इस वजह से बांध से सिंचाई के लिए पानी की डिमांड नहीं आई है। दिसंबर महीने से किसान पानी की डिमांड भेजेंगे।