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Weather News: टूटा 10 साल का रिकॉर्ड, जयपुर में 10 घंटे हुई मूसलाधार बारिश सोशल मीडिया पर वायरल

Heavy Rain In Rajasthan: राजधानी में शनिवार को दस घंटे जमकर मेघ बरसे। पिछले दस वर्ष का रेकॉर्ड टूट गया। जुलाई के महीने में इस शनिवार को सर्वाधिक 7.32 इंच (183 मिलीमीटर) बारिश दर्ज की गई है। बारिश का दौर तडक़े चार बजे शुरू हुआ जो दोपहर दो बजे तक चला।

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जयपुर में 10 घंटे हुई मूसलाधार बारिश

जयपुर. Weather Update: राजधानी में शनिवार को दस घंटे जमकर मेघ बरसे। पिछले दस वर्ष का रेकॉर्ड टूट गया। जुलाई के महीने में इस शनिवार को सर्वाधिक 7.32 इंच (183 मिलीमीटर) बारिश दर्ज की गई है। बारिश का दौर तडक़े चार बजे शुरू हुआ जो दोपहर दो बजे तक चला। इस दौरान मूसलाधार बारिश से शहर जलमग्न हो गया। भट्टा बस्ती व सुभाष चौक इलाके में मकान ढह गए। पुलिस व सिविल डिफेंस की टीम ने आठ जनों को सुरक्षित बाहर निकाला। मानसून के इस सीजन की पहली तेज बारिश से शहर के बाहरी इलाकों में बांध लबालब हो गए तो झरने बहने लगे। शाम को शहरवासियों ने आउटिंग पर निकल गए मौसम का जमकर लुत्फ उठाया।

दोपहर 2 बजे घरों में कैद रहे लोग
शहर की छोटी-छोटी गलियां तो क्या, मुख्य सडक़ें पर भी जल सैलाब आ गया। कॉलोनियों का मुख्य सडक़ से संपर्क टूट गया। घरों में सुबह अखबार नहीं पहुंचे, लोग दूध-सब्जी भी नहीं ला सके। दो बजे बाद जब सडक़ों से पानी उतरने लगा तब लोग बाहर निकले। नगर निगम और जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम पर जलभराव व नुकसान की करीब 250 शिकायत आई। प्रशासन के साधन-संसाधन दिनभर इधर से उधर दौड़ते रहे, लेकिन आमजन को जल्द राहत नहीं दिला सके। अजमेर रोड, सीकर रोड, परकोटा, झोटवाड़ा, सिविल लाइंस, टोंक रोड, सांगानेर समेत कई इलाकों में छह से नौ घंटे तक बिजली गुल रही। बिजली गुल होने की 400 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई।
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मिट्टी का कहर... मंदिर में मूर्तियां दबीं, वाहन फंसे
दिल्ली रोड स्थित लाल डूंगरी इलाके में पानी के साथ आफत की मिट्टी बहकर आई। गणेशपुरी कच्ची बस्ती और पहाड़ी से बहकर आई मिट्टी घरों में घुस गई। यहां स्थित एक मंदिर की मूर्तियां तक मिट्टी में दब गईं। सडक़ पर खड़े ई-रिक्शे और ऑटोरिक्शा भी मिट्टी में आधे से ज्यादा दब गए। वर्ष 2020 में भी तेज बारिश के दौरान यहां कुछ ऐसा ही हाल हुआ था।

वाहन फंसे, यात्री घबराए, लोग बने मददगार
-सीकर रोड: हाईवे पर करीब तीन फीट तक पानी भर गया। वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। पानी मेंं फंसी एम्बुलेंस को भी लोगों ने धक्का मारकर बाहर निकलवाया। यात्रियों से भरी बस को क्रेन से खींचकर बाहर निकाला गया।

-ढेहर के बालाजी: जलभराव से हरिओम जन सेवा समिति के अध्यक्ष पंकज गोयल के नेतृत्व में लोग पानी में ही बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

-200 फीट बायपास से पृथ्वीराज नगर की ओर जाने वाली मुख्य सडक़ों पर तो शाम चार बजे तक पानी ही नहीं निकल पाया। कुछ जगह लगाए गए मड पम्प उपयोगी साबित नहीं हुए।पांच्यावाला रोड, करणी पैलेस रोड, गांधीपथ वेस्ट और धावास रोड पर सबसे बुरे हाल थे।
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-सरदार पटेल मार्ग: भाजपा मुख्यालय में पानी भर गया। हैरिटेज नगर निगम के संसाधनों से पानी बाहर निकाला गया।

-अजमेर रोड: मिशन कम्पाउंड, स्टेच्यू सर्कल पर जलभराव होने से आवाजाही प्रभावित रही।

- आमेर रोड: रामगढ़ मोड़ स्थित नाला ओवर फ्लो हो गया।

- अम्बाबाड़ी में जलभराव के दौरान कार फंस गई, जिसे सिविल डिफेंस की टीम ने सुरक्षित निकाला।

- परकोटा: ज्यादातर बाजारों के बरामदों में पानी टपका। चांदपोल बाजार में तो दुकानों में पानी भर गया। जौहरी बाजार में सडक़ जलमग्न हो गई।

- एसएमएस अस्पताल: धन्वंतरि ओपीडी में फॉल सीलिंग गिर गई। वार्डों में कई घंटे बिजली गुल रही।

दिनभर सोशल मीडिया पर वायरल हुई जयपुर की बरसात
मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक साल 2013 से 2022 के बीच जुलाई में अधिकतम 93.8 मिमी बरसात साल 2019 में दर्ज की गई थी। वहीं इस महीने का शहर का ऑल टाइम रेकॉर्ड 326 मिमी बरसात का है, जो कि वर्ष 1981 में हुई थी। शनिवार को तेज बरसात से तापमान में 4.4 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई। एक दिन पहले जहां अधिकतम तापमान 33 डिग्री था, वह गिरकर 28.6 डिग्री पर पहुंच गया।