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Weather Update: बंगाल की खाड़ी में बने नए सिस्टम को लेकर IMD ने जारी किया झमाझम बारिश का अलर्ट, इस बार अक्टूबर तक रहेगा मानसून

Weather Update: मानसून के एक बार फिर से पलटकर देखने से बीते चार दिन में हुई झमाझम बारिश ने पूरे सूबे को तरबतर कर दिया। पिछले सप्ताह तक जहां केवल 4 प्रतिशत बारिश का आधिक्य था और 17 जिले बरसात की कमी से जूझ रहे थे।

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जयपुर

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Kirti Verma

Sep 21, 2023

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जयपुर। Weather Update: मानसून के एक बार फिर से पलटकर देखने से बीते चार दिन में हुई झमाझम बारिश ने पूरे सूबे को तरबतर कर दिया। पिछले सप्ताह तक जहां केवल 4 प्रतिशत बारिश का आधिक्य था और 17 जिले बरसात की कमी से जूझ रहे थे। वहीं अब प्रदेश में 15 प्रतिशत अधिक बारिश रिकॉर्ड हो रही है। केवल 10 जिलों में ही औसत से कम बारिश हुई है। पश्चिमी राजस्थान में औसत से काफी अधिक बारिश है। प्रदेश में सबसे कम बारिश बारां में है, जहां औसत से 39 फीसदी कम पानी बरसा है।

मौसम विभाग के अनुसार सप्ताह में फिर से कई स्थानों पर बरसाती बादल आएंगे। सामान्यत: मानसून का लौटना सितम्बर के अंतिम सप्ताह में शुरू हो जाता है लेकिन इस बार बंगाल की खाड़ी में लगातार सिस्टम बनने की वजह से मानसून अभी एक्टिव है। नवरात्रा तक मेघ बरसने का पूर्वानुमान है।

जोधपुर में 43 प्रतिशत अधिक बारिश
जोधपुर जिले में बीस सितम्बर तक सामान्य बारिश का औसत 284 मिलीमीटर है, जबकि अब तक 407 मिमी बारिश हो चुकी है यानी 43 प्रतिशत अधिक पानी बरसा है। हालांकि अगस्त में केवल एक ही दिन बरसात होने और लगभग 40 दिन तक सूखा रहने की वजह से कुछ किसानों की फसलें चौपट हो गई है।

यह भी पढ़ें: राजस्थान में भारी बारिश, चंबल खतरे के निशान से ऊपर, कोटा से धौलपुर तक अलर्ट जारी

पश्चिमी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश
प्रदेश में बीस सितम्बर तक सामान्य बारिश का औसत 424 मिमी है, जबकि अभी तक 486 मिमी बारिश हो चुकी है जो 15 प्रतिशत अधिक है। पश्चिमी राजस्थान के दस जिलों में सर्वाधिक 43 प्रतिशत (276 की जगह 395 मिमी) पानी बरसा है जबकि पूर्वी राजस्थान के 23 जिलों में बारिश का अभी भी 2 प्रतिशत कम बारिश (610 की जगह 600 मिमी) है।


सर्वाधिक बारिश वाले जिले

जिले का नाम------- सामान्य बारिश---वास्तविक बारिश

जालोर --------------- 407 --------------- 800

बाड़मेर ---------------265 --------------- 497

पाली --------------- 479 --------------- 777

जोधपुर --------------- 284 --------------- 407

नागौर --------------- 360 ---------------483

यह भी पढ़ें: Weather Update: मौसम विभाग का येलो अलर्ट, तीन घंटे में इन 10 जिलों में होगी झमाझम बारिश


सबसे कम बारिश वाले जिले

जिले का नाम------- सामान्य बारिश---वास्तविक बारिश

बारां --------------- 816 ---------------497

बूंदी --------------- 632 --------------- 465

चितौड़गढ़ ---------------708---------------547

झालावाड़ ---------------861---------------671

कोटा --------------- 718 --------------- 568

(यह डाटा एक जून से लेकर बीस सितम्बर तक का है।)

श्रीगंगानगर में 66 मिलीमीटर बारिश, फतहसागर के चारों गेट फिर खोले
प्रदेश में बुधवार को भी राजधानी सहित कुछ जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार जिला मुख्यालय पर 66 मिलीमीटर बरसात हुई। पिछले तीन-चार दिन से इलाके में बारिश का दौर जारी है। इससे फसलों को नुकसान हुआ है। इसीप्रकार अजमेर में छह, चित्तौडगढ़ में सात, डूंगरपुर में पांच, 6.4 मिलीमीटर बारिश हुई। उदयपुर के जलाशय इस सीजन में फिर से छलक पड़े हैं। लगातार पानी की आवक के कारण फतहसागर के चारों गेट बुधवार को वापस खोल दिए गए हैं। वहीं बड़ा मदार, थूर की पाल, बड़ी, लखावली तालाब फिर छलक पड़े हैं। आकोदड़ा में पानी की आवक से सीसारमा नदी से पिछोला में पानी की आवक बनी हुई है। स्वरूप सागर के दो गेट भी खोले जा चुके हैं।