
शालू का हौसला.. रात 1 बजे आई नन्हीं परी, सुबह 11 बजे दी परीक्षा
जयपुर.
रात के नौ बजे थे, मैं बीएड प्रथम वर्ष की परीक्षा की तैयारी कर रही थी। तभी प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो पति ने राजापार्क में हॉस्पिटल में भर्ती कराया। रात 12.51 बजे डॉक्टर ने कहा कि नन्हीं परी आई है। उस पल से मेरी दुनिया बदल गई। बेटी का नाम सोच लिया 'अनम' यानी खुदा की रहमत। फिर ख्याल आया सुबह होने वाली बीएड की परीक्षा का। पूरे साल मेहनत की थी, छोड़ नहीं सकती थी। पेपर देने की ताकत नहीं थी लेकिन बेटी की मुस्कान ने हौसला दिया। परीक्षा देने का फैसला किया तो पति ने हौसला बढ़ाया। डॉक्टर ने भी सहमति दे दी।
ये है दास्तान..
कोटा निवासी शालू बानो की, जिन्होंने मंगलवार रात बेटी को जन्म दिया और बुधवार सुबह 11 बजे बीएड फस्र्ट ईयर की परीक्षा दी। शालू के पति सन्नी पठान ने बताया कि वे दोनों 7 जून से राजापार्क के एक होटल में रुके हुए थे। बुधवार सुबह राजस्थान यूनिवर्सिटी स्थित लॉ कॉलेज में परीक्षा देनी थी। डॉक्टर ने भी कहा कि शालू एग्जाम दे सकती है लेकिन आने-जाने में थोड़ा ध्यान रखना होगा। इस पर हम लोग कार से पहुंचे और कॉलेज प्रशासन ने भी पूरी मदद की। वीलचेयर की व्यवस्था कर उसी पर बैठाकर परीक्षा ली। पेपर के बाद पत्नी को फिर से हॉस्पिटल में भर्ती करवाया, जहां से एक-दो दिन में छुट्टी मिल जाएगी।
Updated on:
28 Mar 2020 05:25 pm
Published on:
13 Jun 2019 08:00 am
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