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Jaipur: पुलिस हिरासत के बाद भी युवक लापता, फिर SMS के मुर्दाघर में मिला शव, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

Rajasthan News: परिजन की मांग है कि जमानत करवाने वाला कौन था और सिर में पीछे चोट कैसे लगी। पुलिस इसका खुलासा करे।

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प्रदर्शन करते परिजन और इनसेट में धर्म सिंह (फोटो: पत्रिका)

सवाई मानसिंह अस्पताल के मुर्दाघर में रखे एक युवक के शव की मंगलवार को शिनाख्त होने के बाद परिजन ने हत्या का आरोप लगाया और ज्योति नगर थाने पर प्रदर्शन किया। थाने पहुंचे परिजन का आरोप है कि धर्म सिंह प्रजापत को मानसरोवर थाना पुलिस ने 23 जुलाई को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया था और 24 जुलाई को उसके परिचित ने जमानत करवाई। इसके बाद वह घर नहीं पहुंचा।

परिजनों ने 27 जुलाई को श्याम नगर थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई और मंगलवार को एसएमएस के मुर्दाघर में रखे अज्ञात मृतकों के शव देखकर धर्म सिंह की शिनाख्त हुई। सिर में पीछे चोट का निशान है। परिजन की मांग है कि जमानत करवाने वाला कौन था और सिर में पीछे चोट कैसे लगी। पुलिस इसका खुलासा करे। परिजन ने बताया कि धर्म सिंह गजसिंहपुरा में रहकर मिट्टी के मटके बनाता था। उसके तीन बच्चे हैं।

ज्योति नगर थाना पुलिस मृतक के परिजन की रिपोर्ट लेकर अनुसंधान कर रही है। परिजन ने गुमशुदगी दर्ज करवाई, तभी मुर्दाघर में रखे शव की शिनाख्त हो सकी। सभी बिंदुओं पर अनुसंधान चल रहा है।

  • राजर्षि राज वर्मा, डीसीपी (साउथ)

18 जनों को किया था गिरफ्तार

कांग्रेस नेता हरीश यादव के साथ ज्योति नगर थाने पर पहुंचे गजसिंहपुरा निवासी सुरेश प्रजापत ने बताया कि मानसरोवर थाना पुलिस ने 23 जुलाई को नारायण विहार में अंडों के ठेलों के पास से 18 लोगों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया। इनमें उनका भतीजा धर्म सिंह भी था, लेकिन पुलिस ने परिजन को सूचना नहीं दी।

वे 26 जुलाई को श्याम नगर थाने गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने कलक्ट्रेट में जमानत पर छूटने के कारण वहां भेज दिया। 27 जुलाई को श्याम नगर थाना पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की। वहीं 26 जुलाई को इमलीवाला फाटक के पास धर्म सिंह का शव पड़ा मिला था। उसके पास पहचान पत्र नहीं होने पर ज्योति नगर थाना पुलिस ने शिनाख्त के लिए शव को मुर्दाघर में रखवाया था।