पुलिस के अनुसार उपकारागृह में मिले मोबाईल का दो विचाराधीन कैदियों की ओर से उपयोग किया जा रहा था। जेल में बंद दांतल निवासी रमेश पुत्र जोगाराम सुथार व कुण्डल निवासी भोमसिंह पुत्र जसवंतसिंह की ओर से मोबाईल का उपयोग कर लोगों से बातचीत की जा रही थी। जिस पर उन्हें मंगलवार को गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में रखने के आदेश दिए गए।
जेल में कैसे पहुंचा मोबाईल, जांच का विषय
गौरतलब है कि पोकरण में स्थित उपकारागृह में करीब डेढ़ दर्जन बंदी विचाराधीन है। यहां सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए है। जेल प्रहरियों के साथ होमगार्ड के जवान भी तैनात रहते है। ऐसे में कड़ी सुरक्षा के बीच मोबाईल जेल में कैसे पहुंचा, यह अभी तक जांच का विषय है। हालांकि पुलिस की ओर से विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है, लेकिन मोबाईल कैदियों तक पहुंचाने के आरोपित का अभी तक सुराग नहीं लग पाया है।