जैसलमेर

विदेशी सैलानियों से जैसलमेर पर्यटन का शानदार स्टार्ट-अप

-चालू सीजन में सितम्बर तक 25 हजार से ज्यादा विदेशी पर्यटक जैसलमेर घूमने पहुंचे -2022 में 24852 सात समंदर पार के पाहुणे ही आए थे  

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Nov 04, 2023
विदेशी सैलानियों से जैसलमेर पर्यटन का शानदार स्टार्ट-अप

पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान प्रदेश के साथ भारतभर में अपनी अलहदा पहचान रखने वाले स्वर्णनगरी जैसलमेर में विदेशी पर्यटकों की अच्छी आवक से पर्यटन उद्योग में खुशी का माहौल है। पर्यटन विभाग की मानें तो हाल ही में सितम्बर माह तक की अवधि में 25607 विदेशी पाहुणे घूमने के लिए मरुधरा में पहुंचे थे। अक्टूबर से लेकर दिसम्बर तक के काल में यह आंकड़ा 40 हजार पहुंचने के पूरे आसार हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2022 में 24852 विदेशी जैसलमेर पर्यटन के लिए आए थे। इससे पूर्व वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना की काली छाया में यह आंकड़ा लगभग सैकड़ों व चंद हजार तक ही सिमट कर रह गया था। पर्यटन क्षेत्र के विशेषज्ञों की मानें तो चालू वर्ष के अंतिम दो महीनों में अच्छी बुकिंग आई हुई है और इस दौरान हजारों की तादाद में यूरोपियन, अमेरिकन, ऑस्ट्रेलिया आदि क्षेत्रों व देशों के पर्यटक जैसलमेर आएंगे। उधर, जैसलमेर में देशी सैलानियों का पर्यटन आसमान छू रहा है। करीब एक लाख बंगाली और लगभग इतने ही गुजराती सैलानी प्रतिवर्ष जैसलमेर घूमने पहुंच रहे हैं।

हकीकत यह भीधार्मिक स्थलों को छोड़ दें तो भी विशुद्ध घूमने के लिए सालाना जैसलमेर में 12 से 14 लाख घरेलू पर्यटक भारत के विभिन्न प्रांतों के साथ राजस्थान के कोने-कोने से जैसलमेर भ्रमण का लुत्फ उठाने पहुंच रहे हैं।

1200 करोड़ का व्यवसाय

जैसलमेर का पर्यटन व्यवसाय सालाना 1200 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुका है। जैसलमेर में वर्तमान में प्रमुख रूप से स्वर्णनगरी का ऐतिहासिक सोनार दुर्ग, गड़ीसर सरोवर, पटवों की हवेलियां और सम-खुहड़ी के दूर-दूर तक फैले रेतीले धोरे सैलानियों के आकर्षण का केंद्र हैं। इनमें अगर बॉर्डर ट्यूरिज्म, धार्मिक पर्यटन, जियो ट्यूरिज्म जैसे आकर्षण के नए आयाम जुड़ जाएं तो यहां देश-दुनिया से भ्रमण पर आने वाले सैलानियों के लिए अतिरिक्त सौगातें उपलब्ध हो सकेंगी।हजारों हाथों को रोजगार

वर्तमान में करीब 15 हजार लोगों को पर्यटन के माध्यम से प्रत्यक्ष रोजगार मिल रहा है और इससे दोगुने लोग यानी करीब 30 हजार लोग परोक्ष रूप से पर्यटन से रोजी-रोटी प्राप्त कर रहे हैं। महज चार दशक पहले तक जिस जैसलमेर शहर को पिछड़ा व देश का अलग-अलग इलाका माना जाता था, वह आज हवाई जहाज, ट्रेन और सडक़ मार्ग से देश से जुड़ा हुआ है।

अपार संभावनाएंजैसलमेर में पर्यटन के क्षेत्र में आज भी अपार संभावनाएं मौजूद हैं। इनका समुचित दोहन किया जाना चाहिए। इस कार्य में केंद्र व राज्य सरकारों के साथ जिला प्रशासनए पुलिस व पर्यटन व्यवसायियों ही नहींए आम बाशिंदों को भी महत्ती भूमिका निभानी होगी।

-कैलाश कुमार व्यासए अध्यक्षए सम कैम्प्स एंड रिसोट्र्स वेलफेयर सोसायटी

अभी और बढ़ेगा पर्यटनजैसलमेर के पर्यटन को कोरोना से बहुत बड़ा धक्का पहुंचा था। पिछले साल से हालात सामान्य होना शुरू हुए और इस वर्ष यह पूरी तरह से पटरी पर आते दिख रहे हैं। विदेशी पर्यटकों का पहले जैसा बूम अगले साल तक फिर से देखने को मिलेगा।

-गजेंद्र शर्मा, वरिष्ठ गाइड

Published on:
04 Nov 2023 10:55 am
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