ट्रांसफार्मर के फ्यूज भी खुले हंै तथा इसके तार नीचे लटक रहे हैं। कम ऊंचाई पर होने के कारण किसी राह चलते राहगीर, वाहन अथवा किसी पशु के इससे टकरा जाने से बड़ा हादसा हो सकता है। गांधी चौक में इस ट्रांसफार्मर के इर्द-गिर्द अस्थाई टैक्सी स्टैण्ड होने के कारण यहां बड़ी संख्या में टैक्सियां यहीं खड़ी रहती हैं। ऐसे में यहां कभी किसी बड़ी दुर्घटना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
कहीं हो ना जाए खातोलाई जैसा हादसा
गत कुछ माह पूर्व जयपुर के खातोलाई में ट्रांसफार्मर में आग लग जाने के बाद उसके फट जाने से कई लोगों की मौत हो गई थी। कस्बे के गांधी चौक में लगे ट्रांसफार्मर में भरे ऑयल के लीकेज होने, वॉल्टेज का लोड अधिक हो जाने के दौरान विद्युत तारों में स्पार्किंग के बाद आए दिन इसमें आग लग जाती है। इससे भीड़ भाड़ भरे इस गांधी चौक में अफरा तफरी का माहौल हो जाता है। गौरतलब है कि टैक्सियों की भरमार, लोगों की चहल पहल व पशुओं का जमघट लगा होने के चलते हालात और भी विकट हो जाते है। ऐसे में यहां कभी खातोलाई जैसे हादसे की भी आशंका बनी हुई है। बावजूद इसके डिस्कॉम की ओर से ट्रांसफार्मर को गांधी चौक से हटाने अथवा इसकी ऊंचाई बढाने व फ्यूज को ढकने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।