भारत की ओर से पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों से किए गए हमले के बाद बॉर्डर क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित किया हुआ है।
भारत की ओर से पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों से किए गए हमले के बाद बॉर्डर क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित किया हुआ है। इसके अंतर्गत सीमावर्ती जैसलमेर में सभी तरह की तैयारियां की जा रही हैं। इस बीच बुधवार अपराह्न पश्चात मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसमें जैसलमेर दुर्ग से सटे शिव मार्ग के एक होटल में दुश्मन के हमले का काल्पनिक दृश्य तैयार किया गया। इसकी सूचना सायरन बजा कर दी गई और देखते ही देखते बचाव के लिए जिला कलक्टर प्रतापसिंह व पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी की अगुआई में सभी अहम विभागों की टीमें मौके पर जुट गईं। उन्होंने हताहतों को एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल भिजवाया। शिव मार्ग पर ही टायरों में लगी आग को फायर ब्रिगेड ने बुझाया। नागरिक सुरक्षा के कार्मिकों ने अपनी भूमिका निभाई। चिकित्सा विभाग, एसडीआरएफ, स्काउट-गाइड, नेहरू युवा केंद्र के युवा आदि भी काम में जुटे।
मॉक ड्रिल के अंतर्गत शहर के सूली डूंगर पर सायरन बजाया गया। इसके साथ ही सरकारी अमला हरकत में आ गया और मौके पर पहुंचा। उन्होंने वहां पहुंच कर राहत अभियान चलाया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग वहां मौजूद रहे। उन्होंने बचाव कार्यों के लिए बरती जा रही फुर्ती के वीडियो बनाए। जिला कलक्टर प्रताप सिंह ने इस मौके पर कहा कि यह एक इमारत पर हमले की स्थिति का मॉक ड्रिल था। जैसे ही इसकी सूचना मिली, सभी लोग समय पर पहुंचे और बचाव कार्य किया।
हाई अलर्ट पर चल रहे जैसलमेर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। स्टेशन पर आने-जाने वाली टे्रनों की कड़ाई से जांच की जा रही है। आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की तरफ से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की तत्परता से जांच की जा रही है। किसी भी तरह के आपातकालीन हालात से निपटने के लिए रेलवे के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई है। अधीक्षक पंकज झा ने बताया कि पूरा अमला मुस्तैद है। भारतीय सेनाओं की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमावर्ती जैसलमेर में प्रत्येक स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था में इजाफा किया गया है। इसी कवायद के अंतर्गत रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। गौरतलब है कि उत्तर पश्चिम रेलवे ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं।