जैसलमेर शहर में अब ओवर स्पीड में वाहन चलाने पर सीधे ई-चालान कटेगा। जैसलमेर ट्रैफिक पुलिस को दो हाइटेक इंटरसेप्टर बाइक मिली हैं, जिनमें नाइट विजन स्पीड गन, कैमरा और लेजर तकनीक से लैस उपकरण लगे हैं।
जैसलमेर शहर में अब ओवर स्पीड में वाहन चलाने पर सीधे ई-चालान कटेगा। जैसलमेर ट्रैफिक पुलिस को दो हाइटेक इंटरसेप्टर बाइक मिली हैं, जिनमें नाइट विजन स्पीड गन, कैमरा और लेजर तकनीक से लैस उपकरण लगे हैं। इनकी मदद से दिन और रात में किसी भी समय ओवर स्पीड वाहनों की पहचान कर ऑनलाइन चालान जनरेट किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के निर्देशों पर यातायात व्यवस्था को सख्त और तकनीक आधारित बनाया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाशदान जुगतावत, वृताधिकारी रूपसिंह ईन्दा के पर्यवेक्षण में यातायात शाखा प्रभारी निश्चल कुमार के निकटतम सुपरविजन में यह व्यवस्था लागू की गई है।.अब ट्रैफिक पुलिस किसी वाहन चालक से सीधे बहस नहीं करेगी। स्पीड गन और कैमरे की मदद से ओवर स्पीड की रिकॉर्डिंग होगी और चालान संबंधित वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए पहुंच जाएगा।
इंटरसेप्टर बाइक में लगी लेजर गन 5 मीटर से लेकर 1600 मीटर तक की दूरी से वाहनों की गति रिकॉर्ड कर सकती है। ऑप्टिकल जूम से स्पष्ट फोटो और वीडियो लिए जा सकते हैं। इन बाइकों को तंग गलियों में भी ले जाना संभव है, जिससे निगरानी का दायरा और बढ़ जाएगा।
जिला स्तर पर ई-चालान व्यवस्था के तहत साइबर थाना के उप निरीक्षक खम्माराम और कंप्यूटर ऑपरेटर कांस्टेबल भूपेंद्रसिंह व मनोहरसिंह को यह कार्य सौंपा गया है। वे आईटीएमएस के माध्यम से पूरे जिले की निगरानी कर रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि इंटरसेप्टर बाइक के जरिए शहरी क्षेत्र में तेज गति से चलने वाले वाहनों पर सख्ती की जाएगी। इसका उद्देश्य सडक़ हादसों में कमी लाना है।