भणियाणा थानाक्षेत्र के सरदारसिंह की ढाणी के पास अवैध खनन से हुए गड्ढ़ों में भरे पानी में डूबने से बालक की मौत के बाद अस्पताल परिसर में दिया जा रहा धरना सोमवार को दूसरे दिन शाम के समय समझाइश के बाद समाप्त किया गया।
पोकरण. भणियाणा थानाक्षेत्र के सरदारसिंह की ढाणी के पास अवैध खनन से हुए गड्ढ़ों में भरे पानी में डूबने से बालक की मौत के बाद अस्पताल परिसर में दिया जा रहा धरना सोमवार को दूसरे दिन शाम के समय समझाइश के बाद समाप्त किया गया। इस दौरान प्रशासन व पुलिस के अधिकारी उपस्थित रहे। धरना समाप्त होने के बाद पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। पुलिस के अनुसार रविवार को सरदारसिंह की ढाणी निवासी कुछ बच्चे अवैध खनन से हुए गड्ढ़ों में नहाने के लिए गए थे। इस दौरान गहरे पानी में चले जाने से सरदारसिंह की ढाणी निवासी प्रेमाराम (10) पुत्र सवाईराम भील की डूब जाने से मौत हो गई। जिसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण भणियाणा के राजकीय अस्पताल में एकत्रित हुए और शव उठाने से इनकार करते हुए धरना देकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। उनकी ओर से अवैध खनन रुकवाने, खननकर्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई करने, पीडि़त परिवार को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की जा रही थी। रविवार की शाम तक कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला और पूरी रात धरना जारी रहा।
समझाइश के बाद शांत हुआ मामला
भणियाणा के राजकीय अस्पताल में दिए जा रहे धरने में सोमवार को सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतेश आर्य, पुलिस उपाधीक्षक कैलाश विश्रोई, भणियाणा थानाधिकारी अशोककुमार की ओर से धरनार्थियों से कई बार बातचीत की गई, लेकिन वार्ता सफल नहीं हुई। सोमवार की शाम 4 बजे बाद एक बार फिर समझोतावार्ता हुई। इस दौरान कांग्रेस नेता रणवीरसिंह गोदारा, करणी सेना के अध्यक्ष सांगसिंह गड़ी, पंचायत समिति सदस्य देव चौहान, नखताराम, पूनाराम, हरखाराम, चैनाराम, रामूराम, केवलसिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे। समझाइश के दौरान पीडि़त परिवार को मुआवजा दिलाने व राज्य सरकार से विभिन्न योजनाओं के तहत हरसंभव सहायता राशि दिलाने, अतिक्रमण कर अवैध खनन की जांच उपखंड अधिकारी की ओर से किए जाने, पुलिस की ओर से मामले की निष्पक्ष जांच करने का भरोसा दिलाया गया। समझाइश के बाद धरना समाप्त किया गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया।