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मौतों का सिलसिला लगातार जारी: H5N1 एवियन संक्रमण की पुष्टि, अब तक 31 कुरजाओं की गई जान

देगराय ओरण क्षेत्र में मृत कुरजां के विसरा के सैंपल भोपाल स्थित लैब में भिजवाए जाने पर वहां उनमें एच 5 एन 1 एवियन के संक्रमण यानी बर्ड लू की पुष्टि हुई थी।

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Rajasthan News: हजारों मील लम्बा सफर तय कर शीतकाल में सुकून के पल बिताने मरुस्थलीय जैसलमेर जिले में प्रवास पर पहुंचे मेहमान पक्षी कुरजां की मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। गत शुक्रवार को मोहनगढ़ के बांकलसर के पास जहां एक खेत में 13 कुरजां मृत मिली थी, वहां से करीब 300 मीटर की दूरी पर शनिवार को 3 और कुरजां मरी हुई मिली। इसके साथ अब तक जिले में मृत कुरजाओं का आंकड़ा 31 तक पहुंच गया है।

गत दिनों देगराय ओरण क्षेत्र में मृत कुरजां के विसरा के सैंपल भोपाल स्थित लैब में भिजवाए जाने पर वहां उनमें एच 5 एन 1 एवियन के संक्रमण यानी बर्ड लू की पुष्टि हुई थी। शुक्रवार को बांकलसर में मृत सभी कुरजां के सैंपल पशुपालन विभाग ने उसी दिन भोपाल भिजवा दिए थे। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. उमेश वरंगटीवार ने बताया कि संभवत: सोमवार तक उन सैंपल की जांच रिपोर्ट सामने आ जाएगी। वैसे विभाग और वन विभाग की तरफ से मृत कुरजाओं के मिल रहे शवों को बर्ड लू के प्रोटोकॉल के तहत गाइड लाइन की पालना करते हुए दफनाया जा रहा है।

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मृत कुरजां का निस्तारण


इस बीच बांकलसर के पास जहां शुक्रवार की सुबह 13 कुरजां मृत पाई गई थी, वहीं शनिवार को करीब 300 मीटर की दूरी पर जब 3 कुरजां मृत मिली तो ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। इस पर नेहड़ाई रेंज इकाई के क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरेश ढाका मय टीम मौके पर पहुंचे। उनके साथ पशु चिकित्सालय से भी एक कार्मिक पहुंचा। जिसने पीपीई कीट पहन कर सरकारी गाइडलाइन के अनुसार तीनों कुरजां का निस्तारण किया गया।

ढाका ने बताया कि शनिवार को खेत में कार्य करने वाले मजदूरों ने खेत में व उसके आसपास के क्षेत्र में कुरंजा के मृत होने की हमें सूचना दी। मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। शुक्रवार को बांकलसर से एक कुरजां घायल अवस्था में मिली थी, उसे हाइटेक नर्सरी के रेस्क्यू सेंटर में रखा गया। उपचार के बाद उसके स्वास्थ्य में सुधार आने की जानकारी मिली है। उधर, जिले के देगराय ओरण क्षेत्र में 2 गिद्ध और 1 कोयल के शव मिलने की सूचना है। जानकारी के अनुसार एक गिद्ध की मौत तारों से टकरा कर हुई। हालांकि शवों को प्रोटोकॉल के लिहाज से दफनाया गया। गिद्ध और कोयल के शवों के सैंपल भी जांच के लिए भोपाल भिजवाए जाने की बात सामने आई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इन पक्षियों के मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी।

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11 तारीख से लगातार मौतें


जिले में प्रवासी पक्षी कुरजाओं के मरने का सिलसिला गत 11 जनवरी से शुरू हुआ, तब एक साथ 6 कुरजां के शव मिले थे। उसके अगले दिन 2 कुरजां मृत मिली। तब उनके सैंपल भोपाल के लैब में जांच के लिए भिजवाए गए। भोपाल लैब ने मृत कुरजां में एच 5 एन 1 एवियन के संक्रमण यानी बर्ड लू की पुष्टि की। इसके बाद 13, 15 और 16 जनवरी को कुरजां के शव गश्त के दौरान देखे गए। मोहनगढ़ के बांकलसर के पास गत शुक्रवार को 13 और शनिवार को 3 कुरजाओं के शवों को मिलाकर अब तक 31 की मौत हो चुकी है।