
एफआरटी में कार्मिकों की कमी पड़ रही भारी, ग्रामीण क्षेत्र में भी अव्यवस्था की यही कहानी
पोकरण. जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से विद्युत लाइनों के रख रखाव एवं फॉल्ट आदि को समय पर दुरस्त करने के लिए फॉल्ट रिफ्लेक्शन टीम एफआरटी का गठन किया गया है। जिसके अंतर्गत कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ठेकेदार की ओर से पर्याप्त कर्मचारी लगाने एवं विद्युत व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए कार्य दिया गया है। जबकि क्षेत्र में कर्मचारियों की कमी के कारण आए दिन विद्युत व्यवस्था बिगड़ रही है। जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। जबकि जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे है। गौरतलब है कि डिस्कॉम की ओर से करीब एक वर्ष पूर्व एफआरटी के तहत एक फर्म को कार्य करने का आदेश दिया गया था। जिसके तहत कस्बे में 2 टीम एवं ग्रामीण क्षेत्र में 1 टीम लगानी थी। नियमों के अनुसार 1 टीम में 15 कर्मचारी व एक गाड़ी होती है। जबकि कस्बे में मात्र 1 कर्मचारी ही कार्यरत है। 1 कर्मचारी गत माह करंट आने से झुलस गया और अभी तक जोधपुर अस्पताल में भर्ती है। ऐसे में कस्बे की विद्युत व्यवस्था मात्र 1 कर्मचारी के भरोसे ही चल रही है। जिसके कारण विद्युत व्यवस्था बिगडऩे पर डिस्कॉम के कर्मचारियों को जाकर विद्युत आपूर्ति सुचारु करनी पड़ रही है। कई बार घंटों तक विद्युत व्यवस्था सुचारु नहीं हो पाती है। जिसके कारण उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है।
25 हजार की आबादी, 5 किमी परिधि
पोकरण कस्बा 5 किमी परिधि में फैला हुआ है। पूर्व दिशा में बाईपास रोड, पश्चिम दिशा में सांकड़ा फांटा, उत्तर दिशा में रेलवे स्टेशन व दक्षिण दिशा में खींवज माता मंदिर के बीच पूरा कस्बा स्थित है। साथ ही कस्बे की आबादी भी 25 हजार से अधिक है। कस्बे में 4 से 5 हजार विद्युत कनेक्शन है। जबकि मात्र 1 कर्मचारी ही कार्यरत है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी नाममात्र के ही कर्मचारी लगे हुए है।
कैसे सुचारु रहे विद्युत व्यवस्था
कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रों में तेज आंधी, बारिश व तूफान के कारण विद्युत व्यवस्था बिगड़ जाती है। एफआरटी में कार्मिकों की कमी के कारण कई बार विद्युत व्यवस्था समय पर सुचारु नहीं हो पाती है। एक कार्मिक के लिए हर जगह पहुंच पाना भी संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में घंटों तक विद्युत आपूर्ति बंद रहती है। भीषण गर्मी के मौसम में समय पर बिजली सुचारु नहीं होने पर लोगों को परेशानी होती है। जबकि जिम्मेदारों की ओर से एफआरटी में कार्मिकों की संख्या बढ़ाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
कर्मचारियों ने उच्चाधिकारियों को करवाया अवगत
एफआरटी में कर्मचारियों की कमी के कारण हो रही परेशानी को लेकर डिस्कॉम के कर्मचारियों ने भी कई बार उच्चाधिकारियों को लिखित में अवगत करवाया है। कुछ माह पूर्व लाठी व पोकरण के कनिष्ठ अभियंताओं ने सहायक अभियंता को पत्र लिखकर एफआरटी में मात्र एक-एक कर्मचारी होने एवं विद्युत व्यवस्था बिगडऩे की बात कही थी। इसी प्रकार गत 5 जून को डिस्कॉम के कर्मचारी संगठन की ओर से भी एक ज्ञापन देकर कर्मचारियों की कमी से अवगत करवाने के साथ मात्र एक कर्मचारी व बिना गाड़ी के बावजूद लाखों रुपए के बिलों के भुगतान का आरोप लगाया गया था।
नहीं है सुरक्षा के उपकरण, 1 गंवा चुका जान
एफआरटी में कार्य कर रहे कर्मचारियों के पास सुरक्षा के भी कोई उपकरण नहीं है। जिसके कारण आए दिन हादसे भी हो रहे है। बीते 6 माह में करंट से कार्मिकों के झुलसने के 3 मामले सामने आ चुके है। जिसमें से 1 कर्मचारी की मौत भी हो चुकी है। जबकि डिस्कॉम के 1 कर्मचारी सहित एफआरटी के 2 कार्मिकों का अभी तक उपचार चल रहा है। सुरक्षा के उपकरणों की कमी के कारण हो रहे हादसों के बावजूद एफआरटी केे ठेकेदार की ओर से कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं करवाए जा रहे है। जिससे किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।
लगता है समय
एफआरटी में उपलब्ध कार्मिकों से काम करवाया जा रहा है। एक साथ ज्यादा जगहों पर विद्युत व्यवस्था बिगड़ती है तो विद्युत आपूर्ति सुचारु करने में समय भी लगता है।
- धर्मेन्द्रकुमार मीणा, सहायक अभियंता डिस्कॉम, पोकरण
कर्मचारियों की कमी
एफआरटी में कर्मचारियों की कमी है। जिसके कारण कहीं पर फॉल्ट आने या व्यवस्था बिगडऩे पर परेशानी होती है। जिस पर स्थायी कर्मचारियों को भेजकर काम करवाना पड़ रहा है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को लिखित में देकर अवगत भी करवाया गया है।
- रामचंद्र देवपाल, कनिष्ठ अभियंता डिस्कॉम, पोकरण
Published on:
18 Jul 2023 11:14 pm
बड़ी खबरें
View Allजैसलमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
