-सरहदी जैसलमेर जिले के 70 फीसदी से अधिक गंाव रोडवेज बसों से वंचित है।
-ग्रामीण रुटों पर बसों का संचालन करने की बजाय बसों की सं या घटाई जा रही है।
-सरहदी गांवों के लोगों को आज भी रोडवेज बस सुविधा और संचालित योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
तीन रुट बंद
जैसलमेर रोडवेज डिपो की प्रबंधन समिति ने इस वर्ष तीन रुट से बसों का संचालन बंद कर दिया है। जानकारी के अनुसार जैसलमेर डिपो की ओर से फरवरी से मई तक में जैसलमेर-जयपुर-जैसलमेर, जैसलमेर-बाड़मेर-जैसलमेर, रामदेवरा-जोधपुर-रामदेवरा रुट पर संचालित बसे बंद कर दी गई है।
जैसलमेर को 15 नई बसें मिलने के बाद रोडवेज के बड़े में बसों की संश्या 47 हो गई थी, लेकिन इनमें से सभी नई बसें डिपो में ही खड़ी रही। इनका संचालन करने के लिए कोई कार्मिक नहीं मिला। बसों को अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने के बाद जैसलमेर डिपो के पास घटकर 37 बसें ही रह जाएगी।
-38 हजार से अधिक वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है जैसलमेर जिला।
– 5 हजार से अधिक यात्री जैसलमेर रोडवेज में करते है प्रतिदिन सफर।
– 2013 में सब डिपों से रोडवेज डिपो में क्रमोन्नत हुआ था जैसलमेर डिपो।
– 34 बसों के साथ शुरू हुआ था जैसलमेर डिपो।
– 2 बड़े रुट दिल्ली और अहमदाबाद की स्लीपर और वोल्वों बसों का संचालन हुआ बंद।
– 2018 में जयपुर रुट से एक बस का संचालन किया बंद।
– 1 दर्जन से अधिक यात्री सुविधा योजनाओं का रोडवेज यात्रियों को मिलता है लाभ।
राज्य सरकार की ओर से 15 नई बसें आवंटित की गई थी, लेकिन कार्मिक नहीं थे, ऐसे में यह बसे बड़े में खड़ी थी। उन्हीं बसों को वापिस भेजा जाएगा, जो रुट पर संचालित नहीं हो रही है।
-राजहंस उपाध्याय मु य प्रबंधक रोडवेज डिपो, जैसलमेर