scriptजालोर-सिरोही में रेलगाड़ी और रेल सुविधाओं की मांग ‘अव्यावहारिक’ | Demand for train and rail facilities in Jalore-Sirohi is impractical | Patrika News

जालोर-सिरोही में रेलगाड़ी और रेल सुविधाओं की मांग ‘अव्यावहारिक’

locationजालोरPublished: Jan 14, 2018 06:04:24 pm

Submitted by:

Khushal Singh Bati

जालोर से दिल्ली तक की सीधी रेल सेवा का सपना अधूरा ही रहेगा सांसद देवजी पटेल की सभी मांगे अव्यावहारिक बताते हुए रेल मंत्रालय ने की नामंजूर

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नई दिल्ली. जालोर और सिरोही जिले में रेलगाडिय़ों और रेल सुविधाओं के लिए सांसद देवजी पटेल की ओर से की गई मांगों को अव्यावहारिक बताते हुए रेल मंत्रालय ने नामंजूर कर दी है। इससे दक्षिण के लिए नियमित रेलगाडिय़ों के साथ-साथ राजधानी तक नियमित सवारी गाड़ी का सपना अधूरा ही रहेगा। राजस्थान के 25 में से तीन सांसदों ने राज्य में रेलवे से जुड़ी सुविधाओं के विस्तार के लिए केंद्र सरकार के पास मांग रखी थीं। इन सांसदों की ओर से रखी गई 45 मांगों में से रेलवे ने कुछ मांगों को ही स्वीकार किया है। जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने भी 12 मांगें रखी थी लेकिन मंत्रालय ने अव्यावहारिक मानते हुए इनको नामंजूर कर दिया। जिनमें जालोर को दिल्ली के लिए सीधी रेल सेवा से जोडऩे की सालों से चल रही मांग सहित बागरा पिंडवाड़ा रेल परियोजना भी प्रमुख हैं। हालांकि सांसद की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं कि कुछ मांगें मंजूर करवाई जाए। पत्रिका के पास उपलब्ध दस्तावेजों के मुताबिक मंत्रालय से संबंधित एक बैठक में सांसदों के प्रस्तावों पर विस्तृत रिपोर्ट पेश की गई है। दिसंबर में हुई इस बैठक में देश भर के कुल दस सांसदों ने अपनी मांगें रखी थी जिनमें राजस्थान के 3 सांसद हैं। जयपुर सांसद रामचरण बोहरा ने 20 मांगें रखी जिनमें रेल मंत्रालय ने अधिकांश मांगेें स्वीकार करते हुए आगे की कार्यवाही शुरू भी कर दी। वहीं जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने 12 मांगें रखी लेकिन अव्यावहारिक बता कर रेल मंत्रालय ने सारी नामंजूर कर दी।
१. जालोर को मुंबई से जोडऩे के लिए नियमित सीधी गाड़ी नहीं है। मंत्रालय ने नई गाड़ी चलाने से किया इनकार।
२. बीकानेर और दादर के बीच 02 दिन चलने वाली 12489/12490 बीकानेर-दादर सुपरफास्ट गाड़ी के फेरों को बढ़ाने की आवश्यकता है और इसे नियमित किया जाए। रेलवे ने परिचालन कठिनाइयों, मार्ग-संसाधनों की कमी के चलते यह अव्यवहारिक है।
३. जालोर और पालनपुर को सीधी गाड़ी सेवा से जोड़ा जाए। रेलवे का दावा है जालोर-पालनपुर के बीच तीन मेल और एक पैसेंजर गाड़ी पहले से उपलब्ध है जो मौजूदा यायातात के लिहाज से पर्याप्त है।
४. नई गाडिय़ों को निम्नानुसार शुरू किया जाए
बेंगलूरू सेजोधपुरवाया समदड़ी-भीलड़ी
हैदराबाद से जोधपुर वाया समदड़ी-भीलड़ी
कोयम्बटूर से जोधपुर वाया समदड़ी-भीलड़ी
चेन्नई से जोधपुर वाया समदड़ी-भीलड़ी मंत्रालय का दावा है कि मार्ग पर यातायात के मौजूदा स्तर पर पर्याप्त गाडिय़ां है और विभिन्न कारणों से नई गाड़ी चलाना व्यावहारिक नहीं है।
5. गाड़ी संख्या 148 05/148 06 बाड़मेर यशवंतपुर एसी एक्सप्रेस, जो सप्ताह में केवल एक दिन चलती है, के फेरों को बढ़ाया जाए। इस गाड़ी में सामान्य श्रेणी के सवारी डिब्बों को भी जोड़ा जाए। इस मांग को भी रेलवे ने अव्यावहारिक बताया है।
6. हाई कोर्ट एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या जेयू एसपी एसएफ एक्सप्रेस 22477/78 ) जो जयपुर से जोधपुर के बीच एक दैनिक पैसेंजर गाड़ी है, इसे समदड़ी-भीलड़ी मंडल के रानीवाड़ा तक बढ़ाया जाए। मंत्रालय ने जवाब में कहा है रानीवाड़ा एक रोड साइड स्टेशन है और वहां पर ओरिजिनेटिंग, टर्मिनेटिंग सुविधाओं का अभाव है। इसलिए विस्तार व्यावहारिक नहीं।
7. सिरोही रोड रेलवे स्टेशन पर आश्रम एक्सप्रेस (12915/12916 ) गरीब रथ एक्सप्रेस (12215/12216 ) जैसी महत्वपूर्ण गाडिय़ों का ठहराव दिया जाए। मार्ग पर यातायात के मौजूदा स्तर पर पर्याप्त गाडिय़ां और ठहराव है। नई गाड़ी का ठहराव अव्यावहारिक है।
8 . डीएमयू (79437/79438 , 79431/79432) को आबू रोड से फालना तक बढ़ाया जाए
९. जालोर से धानेरा स्टेशनों के बीच रैम्प, टैकटाइल, व्हील चेयर/बैटरी परिचालित वाहन जैसी दिव्यांग हितैषी व्यवस्थाएं नहीं है, जिन्हें उपलब्ध कराए जाने की आवश्यकता है।
1०. सिरोही को रेल नेटवर्क से जोडऩे के लिए, इस वर्ष के बजट में बागरा से पिण्डवाड़ा तक सर्वेक्षण हो चुका है, धन उपलब्ध कराया जाए।
11. टिकटों की पुष्टि के लिए संसद सदस्य द्वारा भेजे गए अनुरोधों को स्वीकार किया जाना चाहिए।
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