
legal camp in ramsin jalore
जालोर. राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डा. विरेन्द्र कुमार माथुर ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित होने वाले इन शिविरों में जरूरतमंद व्यक्ति उपस्थित होकर अधिकाधिक फायदा उठाये। यह शिविर जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुचाने के उदृेश्य से ही आयोजित हो रहे हैं।
डा. माथुर जिले के उप तहसील मुख्यालय रामसीन में रविवार को आयोजित मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर को सम्बोधित कर रहे थे. शिविर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश कमलचन्द नाहर, राज्य के विशेषयोग्यजन आयुक्त धन्नाराम पुरोहित, जिला कलक्टर एल.एन. सोनी एवं पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा सहित विभिन्न जन प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे। शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा सामाजिक कल्याण की सुरक्षा योजनाओं के अन्तर्गत पात्रा व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार की सहायता भी मुहैया करवाई गई। शिविर में माथुर ने कहा कि विभिन्न न्यायालयों द्वारा लम्बित प्रकरणों का निस्तारण करने के अतिरिक्त लोक अदालत के माध्यम से भी आपसी सहमति के द्वारा प्रकरणों का निपटारा किया जाता है वही विधिक सम्बन्धी प्रावधानों की जानकारी एवं निःशुल्क विधिक सुविधाएॅ आदि भी जरूरतमंद व्यक्तियों को दी जाती है।
शिविर में जिला एवं सत्रा न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष कमलचन्द नाहर ने जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ वितरण कर विधिक चेतना व विधिक सहायता के बारे मंे उपयोगी जानकारी दी जाकर उन्हे लाभाविन्त किया जाता हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं में पात्राता रखने वाले व्यक्ति लाभ प्राप्ति के लिए सम्बन्धित विभाग को आवेदन करें ताकि आयोजित होने वाले शिविरों में उन्हें लाभाविन्त किया जा सकें।
शिविर में राज्य के विशेष योग्यजन आयुक्त धन्नाराम पुरोहित ने कहा कि दिव्यांगों को सशक्त बनाने के उदृेश्य से विशेष योग्यजन आयुक्तालय किसी भी प्रकार की कोई कसर नही छोडेगा वही जिले के दिव्यांगों को समय-समय पर आयोजित शिविरों के माध्यम से उन्हें जरूरी सामग्री आदि भी प्रदान की जा रही है ताकि वे समाज की धारा के साथ आगे बढ सकें।
इस अवसर पर जिला कलक्टर एल.एन. सोनी ने शिविर के उद्देश्यो के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज के गरीब वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग एवं दुर्बल वर्ग आदि के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की पात्राता व उनके लाभ की जानकारी देकर लाभार्थियों को मौके पर लाभाविन्त किया जाता हैं। उन्होंने कहा कि निर्धारित कार्यक्रम के तहत मेगा शिविर आयोजित किये जा रहे है जिसमें विभिन्न विभागों एवं जनता की अधिकाधिक सहभागिता आवश्यक है। शिविर में प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव पवन कुमार काला ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी सेवाओं मे कार्यरत लोक सेवकों का मूल कार्य जनता की सेवा करना हैं इसलिए वे इस कार्य को जोश व उत्साह के साथ करते हुए कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी करें। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती रश्मि आर्य ने किया। समारोह के प्रारभ्भ में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के थीम गीत ”एक मुठ्ठी आसमां पर हक हमारा भी तो है......... ” बजाया गया।
इस अवसर पर अपर जिला न्यायाधीश भीनमाल अनिल आर्य, जालोर के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेंट सत्येन्द्र प्रकाश चोटिया, भीनमाल के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विवेक शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेश बुनकर, भीनमाल उपखण्ड अधिकारी दौलतराम, सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डाॅ. ज्योतिप्रकाश अरोडा एवं जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ललित शंकर आमेटा सहित विभिन्न सहित विभिन्न न्यायिक एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
Published on:
03 Sept 2017 07:20 pm
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