आवश्यक कार्य के लिए शहर आने वाले लोग नदी के तट पर ही अटक गए। ग्रामीणों ने रपट टूटने की सूचना एसडीएम दौलतराम चौधरी व सार्र्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दी। सूचना पर सार्र्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर रपट के बीच जेसीबी से पाइप डालकर मार्ग को दुरस्त किया। दरअसल, नरता-भागलसेफ्टा गांव के बीच बांडी नदी पर रपट बनी हुई है। बाढ़ के बाद एक माह से अधिक समय तक रपट पर पानी का बहाव हो रहा है। वाहनों की आवजाही से रपट दिनों-दिन टूट रही है। कई बार बड़े व भारी वाहन रपट पर ही धंस जाते थे। मार्ग दुुरुस्त होने के बाद आवागमन वापस सुचारू हो गया। इस मौके कैलाशपुरी गोस्वामी, शैतानसिंह चौहान व भूराराम पुरोहित सहित कई जने मौजूद थे। इस मार्ग से भीनमाल, आशापुरी माता, बोरटा, खेड़ा, भीमपुरा, धानसा, दासपां, कोरा व पाथेड़ी सहित दर्जनों गांवों के लिए रोजाना सैकड़ों की संख्या में वाहन गुजरते है।