इस साल अमरनाथ ( Amarnath yatra ) यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई है। संयोग से रविवार को ही सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर में एक मुठभेड़ के दौरान एक आतंकी को मार गिराया है और उसका एक साथी भाग निकलने में सफल रहा। इसको ध्यान में रखते हुए और साथ ही घाटी में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के चलते सुरक्षा बल और एजेंसियां इस समय बेहद सतर्क हैं। खासतौर से अमरनाथ यात्रा को लेकर उनकी सतर्कता इस समय चरम पर है। सुरक्षा बल कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। इस साल अबतक करीब सवा सौ आतंकी सुरक्षा बलों के हाथों मारे जा चुके हैं।
एक जानकारी के मुताबिक इनमें से तकरीबन दो दर्जन आतंकी तो नए गृहमंत्री अमित शाह ( Amit Shah ) के पदभार संभालने के बाद से मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। सुरक्षाबलों की कार्रवाई और उसके रवैये को देखते हुए ही यह माना जा रहा है कि भारत सरकार आतंकियों को जरा सा भी ढील देने के मूड में नहीं है। यही वजह है कि पाक परस्त आतंकी इस समय बौखलाए हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक आतंकी अमरनाथ यात्रा के दौरान फिदायीन हमले की कोशिश कर सकते हैं। इस खतरे को पहले से ही भांपते हुए सुरक्षा बलों और गृह मंत्रालय ने इस साल अमरनाथ यात्रा ( Amarnath Yatra plan ) को लेकर कड़े सुरक्षा के प्लान तैयार कर लिए हैं।