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(जम्मू): जम्मू-कश्मीर में पीपल्स डेमॉक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में भी विद्रोह की आग सुलगती दिख रही है। भाजपा-पीडीपी सरकार में मंत्री रहे चौधरी लाल सिंह ने बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। चौधरी लाल सिंह जम्मू मे हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा में भी शामिल नही हुए। सूत्रों की मानें तो चौधरी लालसिंह अब अपनी नई पार्टी बनाएंगे, जो ‘डोगरा स्वाभिमान और संगठन’ के लिए काम करेगी। जानकारी के मुताबिक लालसिंह ने अपनी पार्टी रजिस्टर कराने के लिए चुनाव आयोग में पत्र दाखिल कर दिया है।
पत्रिका से बात करते हुए चौधरी लालसिंह ने साफ कहा कि सन 1947 के बाद जम्मू और डोगरा समुदाय के साथ नाइंसाफी हुई और उन्हें अपना हक़ नहीं मिला, जिस कारण वे अब संघर्ष करके समुदाय का वो सम्मान वापस ले आएंगे। पीडीपी-भाजपा सरकार में स्वास्थ्य और वन मंत्रालय की ज़िम्मेदारी संभालने वाले लाल सिंह उन दो मंत्रियों में से एक थे, जिन्होंने कठुआ बलात्कार मामले के आरोपी के पक्ष में रैली की थी और इसकी वजह से महबूबा के मंत्रिमंडल से निकाले भी गए। चौधरी ने कठुआ मामले में सीबीआई जांच की मांग भी की थी।
भाजपा में बनी रही बाहरी की छवि
59 वर्षीय लालसिंह कठुआ-उधमपुर लोकसभा सीट से 2004 से 2014 तक लगातार दो बार कांग्रेस के सांसद थे लेकिन 2014 के चुनाव मे कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद को चुनाव लड़ने की अनुमति दी, जिससे नाराज़ होकर, लाल सिंह ने आजाद के चुनावी अभियान में मदद नहीं की और भाजपा के जितेंद्र सिंह, आजाद से 60,000 वोटों से जीत गए। लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद वह भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया। अपनी कांग्रेसी छवि के चलते लाल सिंह चौधरी सूबे के कई भाजपा नेताओं की आंखों की किरकिरी बने हुए थे। पार्टी के सूत्र बताते हैं कि दरअसल लाल सिंह चौधरी को कभी बतौर भाजपा नेता संगठन के लोगों ने स्वीकार किया ही नहीं। उन्हें हमेशा ‘बाहरी आदमी’ की हैसियत से जाना जाता रहा|
तीन-तीन साल सीएम का दिया फार्मूला
बसोहली से विधायक रहे लाल सिंह बताते हैं कि उनकी पहली प्राथमिकता जम्मू-कश्मीर और वहां के संसाधनों को दो हिस्सों में बांटने की है। सिर्फ इतना ही नहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी भी तीन-तीन साल के लिए दोनों ही हिस्सों को बारी-बारी से मिले, बेशक राज किसी भी पार्टी का हो। लाल सिंह ने कहा 'मेरी पार्टी, बगैर धर्म-जाति और समुदाय देखे, जम्मू के लोगों के भले के लिए काम करेगी। लाल सिंह चौधरी बताते हैं 'हमारी पार्टी डोगरा समुदाय के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेगी। लाल सिंह ने कहा कि 'जम्मू का इलाका संसाधनों से भरपूर है, फिर भी यहां कोई विकास नहीं हुआ। जम्मू हर मामले में हमेशा पीछे रह जाता है। हमारी एक नदी से 20 हज़ार मेगावाट बिजली बनाई जा सकती है, फिर भी बिजली की कटौती सबसे ज़्यादा हम ही झेलते हैं। जम्मू के प्राकृतिक संसाधनों जैसे, जंगल, पानी और टूरिज़्म से जुड़े फायदे सबसे पहले जम्मू के लोगों को मिलने चाहिए, फिर कश्मीर को।' चौधरी ने मांग की कि जम्मू और कश्मीर दोनों ही जगहों के लिए अलग-अलग लोक सेवा आयोग बनाने चाहिए। उन्होंने कठुआ रेप मामले में क्राइम ब्रांच को ढीली जांच के लिए जम कर लताड़ा भी।
Published on:
04 Feb 2019 05:24 pm
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